राज्य के सभी सरकारी डेंटल कॉलेजों में 'स्वच्छ मुख अभियान'
मरीजों से डॉक्टर पूछेंगे तंबाकू को लेकर सवाल राज्य के सभी सरकारी डेंटल कॉलेजों में 'स्वच्छ मुख अभियान'
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र के सभी सरकारी डेंटल कॉलेजों में मरीजों से डॉक्टर दांत दर्द को लेकर आम सवालों के साथ तंबाकू की लत और अन्य व्यसनों के बारे में भी पूछेंगे। डेंटल कॉलेजों में स्वच्छ मुख अभियान शुरू किया गया है। अन्य व्यसनों के कारण होने वाले मुंह के रोग और मुख कैंसर के अन्य लक्षणों के लिए भी रोगी की जांच की जाएगी। चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से यह पहल की गई है। ब्रेस्ट कैंसर से लेकर मोटापा आदि के लिए विशेष अभियान पहले से शुरु है। स्वच्छ मुख अभियान ओरल हेल्थ खए मद्देनजर शुरु किया गया है। मकसद मुंह के कैंसर से लेकर अन्य बीमारियों से लोगों की जान बचाना है।
रोजाना 350 तक मरीज
सरकारी सेंट जॉर्ज डेंटल कॉलेज के ओरल डायग्नोसिस एंड रेडियोलॉजी विभाग की डॉ. सोनाली कदम ने बताया कि रोजाना दंत चिकित्सा के लिए करीब 300 से 350 मरीज आते हैं। इन मरीजों से अब तंबाकू की लत के बारे में पूछा जाता है। इनमें से कुछ की ओरल कैंसर को लेकर जांच भी की जा रही है।
जागरुकता पर जोर
डॉ. कदम ने बताया कि स्वच्छ मुख अभियान के तहत जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। मुंह की सफाई, दांतों की देखभाल, बीमारी आदि जानकारी देने के लिए विभिन्न उपक्रम चलाए जा रहे है। उन्होंने लोगों से अपील की कि साल में कम से कम एक बार किसी विशेषज्ञ या दंत चिकित्सक से जांच कराएं।
रंगोली के जरिए संदेश
डॉ. कदम ने बताया कि हम मरीजों को कई तरह से सजग कर रहे हैं। रंगोली के माध्यम से भी संदेश दिया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा कि शरीर के विभिन्न कैंसर में मुंह का कैंसर तीसरे स्थान पर है। समझाया जाता है कि तंबाकू की लत से मुंह का कैंसर होता है। तंबाकू में निकोटीन से लत लग जाती है। सिगरेट पीने से हृदय रोग, श्वसन संबंधी विकार होते हैं।