नगर परिषद उपाध्यक्ष ने उपयंत्री को रिश्वत लेते लोकायुक्त से पकड़वाया, उपयंत्री ने बिल क्लीयर करने के एवज में मांगी थी रिश्वत
छिंदवाड़ा नगर परिषद उपाध्यक्ष ने उपयंत्री को रिश्वत लेते लोकायुक्त से पकड़वाया, उपयंत्री ने बिल क्लीयर करने के एवज में मांगी थी रिश्वत
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। हर्रई नगर परिषद में बुधवार को लोकायुक्त की टीम ने दबिश दी। यहां टीम ने एक उपयंत्री को १५ हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उपयंत्री ने बिल निकालने के एवज में ठेकेदार से रुपयों की मांग की थी। यहीं रिश्वत की राशि लेते उपयंत्री ट्रैप हुआ है। जनवरी माह में लोकायुक्त की जिले में यह दूसरी कार्रवाई है।
खासबात यह है कि मामले में आवेदक ठेकेदार अभिषेक साहू वर्तमान में हर्रई नगर परिषद उपाध्यक्ष है। नगर परिषद उपाध्यक्ष श्री साहू ने जबलपुर लोकायुक्त में शिकायत की थी कि उसके द्वारा आठ माह पूर्व नगर परिषद हर्रई में टचिंग ग्राउंड (कचरा संग्रहण) के गेट का निर्माण किया गया था। जिसका ३५ हजार रुपए का बिल था। उपयंत्री सतीश डेहरिया द्वारा बिल क्लीयर करने के एवज में १७ हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। इस शिकायत के आधार पर बुधवार को लोकायुक्त की टीम हर्रई पहुंची थी।
योजना के तहत बुधवार को ठेकेदार अभिषेक साहू १५ हजार रुपए रिश्वत की राशि लेकर उपयंत्री के पास पहुंचा था। जैसे ही उपयंत्री सतीश डेहरिया ने ठेकेदार से रुपए लिए टीम ने उसे दबोच लिया। ठेकेदार के खिलाफ लोकायुक्त द्वारा भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
नगर परिषद में मचा हडकंप
उपयंत्री सतीश डेहरिया को रिश्वत लेते पकड़े जाने की सूचना से पूरे कार्यालय में हडक़ंप मच गया था। बताया जा रहा है कि ठेकेदार को उपयंत्री पिछले आठ माह पेमेंट के लिए परेशान कर रहा था। रिश्वत की रकम तय होने पर उपयंत्री बिल क्लीयर करने तैयार हुआ था।
जनवरी माह में दूसरी कार्रवाई
हर्रई की कार्रवाई से पहले ५ जनवरी को जुन्नारदेव में लोकायुक्त की टीम ने दबिश दी थी। यहां एक रोजगार सहायक मुकेश बेलवंशी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। बीते साल लोकायुक्त की टीम ने आठ भ्रष्ट अधिकारियों को ट्रैप किया था।