दलदल से होकर गुजरते हैं 20 गांवाें के नागरिक
कठिन राह दलदल से होकर गुजरते हैं 20 गांवाें के नागरिक
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। ग्रामीण क्षेत्र को अच्छी सड़कों से जोड़ा जाए, खस्ताहाल हुई सड़कों का पुनरुज्जीवन कर सभी गांव में पक्की सड़कंे निर्माण हो, इस उद्देश्य से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना व मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू की गयी। सरकार इस पर करोड़ो रुपए का खर्च करती है। मात्र, तहसील के दुर्गम क्षेत्र होनेवाले रेगुंठा परिसर के करीबन 20 गांव आज भी पक्की सड़क से वंचित होकर बारिश में उन्हें इसी कीचड़ भरी सड़कों से आवागमन करना पड़ता है। सिरोंचा तहसील मुख्यालय से 70 किमी दूरी पर होनेवाले रेगुंठा परिसर में रेगुंठा, कोटापल्ली, मोयाबिनपेठा, नरसिंहापल्ली, कोत्तुर, येला, मुलादिम्या, बोकटागुडम, दार्सेवाड़ा, पापयापल्ली, पिरमाडा, पर्सेवाड़ा, चिक्याला आिद समेत 20 गावों का समावेश है। इस परिसर की जनसंख्या 12 से 13 हजार के आसपास हैं। इस परिसर में पक्के सड़कों के अभाव में जंगल, पहाड़ी क्षेत्र और नदी नालों से नागरिकों को सफर करना पड़ता है। ग्रामीण विकास को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने ग्रामीण क्षेत्र को स्तरीय सड़क से जोड़ने की योजना चलायी। इसके अंतर्गत केंद्र स्तर से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना पर करोड़ो रुपए की निधि खर्च की। मात्र, प्रत्यक्ष में इस निधि का उपयोग किस जगह और कितना हुआ यह संशोधन का विषय है।