छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक शुरू, तीन महीने तक रहेगी 14 पारंपरिक खेलों की धूम
छत्तीसगढ़ छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक शुरू, तीन महीने तक रहेगी 14 पारंपरिक खेलों की धूम
- 6 स्तरों पर होने वाले ये खेल 6 जनवरी तक चलेंगे
डिजिटल डेस्क, रायपुर। करीब 92 दिन तक चलने वाले छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक खेल गुरूवार से शुरू हो गए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सरदार बलवीर सिंह जुनेजा इनडोर स्टेडियम में इसकी शुरूआत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति व सभ्यता और विशिष्ट पहचान यहां की ग्रामीण परंपराओं और रीति रीवाजों से है। इसमें पारंपरिक खेलों का विशेष महत्व है। इन खेलों को चिरस्थायी रखने, आने वाली पीढ़ी से इनको अवगत कराने के लिए छत्तीसगढिय़ां ओलंपिक खेलों की शुरूआत की गई है।
शुभारंभ अवसर -
6 स्तरों पर 6 जनवरी तक चलनी है प्रतियोगिताएं
छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक में गिल्ली-डंडा, पिट्ठुल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बांटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ एवं लम्बी कूद जैसे 14 पारंपरिक खेल शामिल किए गए हैं। 6 स्तरों पर होने वाले ये खेल 6 जनवरी तक चलेंगे। शुरूआत राजीव युवा मितान क्लब स्तर के आयोजनोंं से हुई जिसमें मुख्यमंत्री बघेल ने भंवरा (लट्टू) नचाया, बाटी (कंचा) खेला और पिट्ठुल में भी हाथ आजमाया।