खारघर मामले में विधान मंडल का विशेष अधिवेशन बुलवाएं
कांग्रेस के पूर्व शिक्षामंत्री वसंत पुरके ने की मांग खारघर मामले में विधान मंडल का विशेष अधिवेशन बुलवाएं
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। खारघर में 16 अप्रैल को महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान 14 श्रीसदस्यों के मृत्यू की घटना काफी चिंताजनक है। लापरवाह नियोजन के कारण यह घटना होकर इसके लिए राज्य सरकार की नियोजनशून्यता जिम्मेदार है। घटना की सत्यता जानने के लिए विधान मंडल का दो दिवसीय अधिवेशन बुलाने की मांग सोमवार को कांग्रेस के पूर्व शिक्षा मंत्री वसंत पुरके ने गड़चिरोली में एक पत्र परिषद के माध्यम से की है। कांग्रेस पार्टी की ओर से आयोजित पत्र परिषद में पुरके ने बताया कि, केंद्र की मोदी सरकार लोकतंत्र को नष्ट करने का प्रयास कर रहीं है। पुलवामा हमला और नोटबंदी मोदी सरकार की असफलता है। खारघर के पुरस्कार के लिए राज्य सरकार ने 13 करोड़ रुपए की निधि खर्च की। बावजूद इसके पुरस्कार समारोह मंे शामिल श्रीसदस्यों और आम नागरिकों को कड़ी धूप में खड़ा रहना पड़ा। समारोह का नियोजन पूरी तरह गलत था। इसके लिए राज्य सरकार ही जिम्मेदार है। नियोजन में कोताही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है। संबंधितों के खिलाफ धारा 302 के तहत अपराध दर्ज करने की मांग भी पुरके ने इस समय की। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि, संसद में अनेक अपराधी नेता है। देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए उच्च शिक्षित लोगों को अब राजनीति में प्रवेश करने की जरूरत है। खारघर घटना की सत्यता जानने के लिए 2 दिवसीय अधिवेशन नहीं लिया गया तो पूरे राज्यभर में आंदोलन करने की चेतावनी भी पुरके ने इस समय दी। पत्र परिषद में पूर्व सांसद मारोतराव कोवासे, जिलाध्यक्ष महेंद्र ब्राह्मणवाडे, जिला प्रभारी डा. नामदेव किरसान, दामदेव मंडलवार, प्रभाकर वासेकर, विश्वजीत कोवासे, पांडूरंग घोटेकर, रमेश चौधरी, सुरेश भांडेकर, अब्दुल पंजवानी समेत अन्य कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।