इस शहर में पैरासिटामॉल खरीदने वालों की होगी निगरानी, बगैर नाम, पता और मोबाइल नंबर के नहीं मिलेगी दवा
इस शहर में पैरासिटामॉल खरीदने वालों की होगी निगरानी, बगैर नाम, पता और मोबाइल नंबर के नहीं मिलेगी दवा
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। कानपुर में अब अगर मेडिकल स्टोर से बुखार के लिए पैरासिटामॉल या खांसी-जुकाम की दवा खरीदी तो आपकी ट्रैकिंग शुरू हो जाएगी। शहर में कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए हर स्तर पर संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग के प्रयास तेज हो गए हैं। मेडिकल स्टोर संचालक भी बगैर नाम, पता और मोबाइल नंबर नोट किए आपको ये दवाएं नहीं देंगे।
कानपुर के मंडलायुक्त सुधीर एम बोबडे ने जिलाधिकारियों को इसका अनुपालन कराने के आदेश दिए हैं। अगर कोई व्यक्ति डॉक्टर के पर्चे के बिना खांसी-जुकाम, बुखार और सांस फूलने की समस्या लेकर सीधे मेडिकल स्टोर पहुंचता है तो उसका पूरा ब्योरा दर्ज किया जाएगा।
माना जा रहा है कि ऐसे व्यक्तियों में किसी में संक्रमण की संभावना हो सकती है। मंडलायुक्त ने आदेश दिया है कि मंडल के सभी छह जिलों के जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों के मेडिकल स्टोर संचालकों व क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टरों को ऐसे सभी संदिग्ध मरीजों का पूरा रिकॉर्ड अपने पास रखने के लिए निर्देशित करें। उनकी सूचना जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमे को उपलब्ध कराएं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ऐसे सभी संदिग्धों की पहले ट्रैकिंग कराएं। जिस व्यक्ति में कोरोना जैसे लक्षण पाए जाते हैं, उन सभी की जांच कराएं। उन्हें घर से अलग क्वारंटाइन कराया जाए।