बीएमसी ने 45,949.21 करोड़ रुपए का बजट पेश किया

महाराष्ट्र बीएमसी ने 45,949.21 करोड़ रुपए का बजट पेश किया

Bhaskar Hindi
Update: 2022-02-03 17:00 GMT
बीएमसी ने 45,949.21 करोड़ रुपए का बजट पेश किया
हाईलाइट
  • सबसे बड़े और सबसे अमीर नागरिक निकाय का व्यापक ध्यान
  • स्वास्थ्य
  • बुनियादी ढांचे
  • पारिस्थितिकी
  • बाढ़ नियंत्रण पर

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बृहनमुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने गुरूवार को वर्ष 2022-23 के लिए 45,949.21 करोड़ रुपए का बजट पेश किया जो पिछले वर्ष की तुलना में 18 प्रतिशत अधिक है। इसमें 8.43 करोड़ रुपए की अधिशेष राशि भी शामिल है। आगामी बीएमसी चुनावों को देखते हुए देश के सबसे बड़े और सबसे अमीर नागरिक निकाय का व्यापक ध्यान इस वर्ष स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, पारिस्थितिकी, बाढ़ नियंत्रण पर होगा जिससे देश की वाणिज्यिक और ग्लैमर राजधानी के 1.75 करोड़ लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।

इस बजट की मुख्य विशेषताओं में अस्पतालों का निर्माण और पुनर्विकास, मीठी नदी का कायाकल्प, इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग केंद्र, मुंबई नागरिक शिक्षा में आईजीसीएसई और आईबी स्कूल, और नागरिक परिदृश्य में सुधार के लिए शहरी डिजाइनरों की नियुक्ति शामिल है।

नगर आयुक्त आईएस चहल ने स्थायी समिति की बैठक में बजट पेश करते हुए कहा कि इस वर्ष अनुमानित राजस्व 30,743.61 करोड़ रुपये होगा, जो पिछले वर्ष के अनुमान से 2,832.04 करोड़ रुपये अधिक है। जनवरी 2022 तक प्राप्त वास्तविक आय 30,851.18 करोड़ रुपए रही थी। पिछले दो वर्षों में कोविड -19 महामारी के दौरान देश के सबसे अधिक प्रभावित शहर मुंबई में विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं बढ़ाने और सुधारने के लिए बीएमसी 6933.75 करोड़ रुपये खर्च करेगी। यह कुल बजट का 15.09 प्रतिशत है।

इसमें 200 हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे स्वास्थ्य केंद्र आपके पड़ोस में स्वास्थ्य देखभाल योजना के तहत, 200 शिव योग केंद्रों की स्थापना, नागरिक औषधालयों का मानकीकरण और आधुनिकीकरण, गोवंडी में एक नए शताब्दी अस्पताल का निर्माण, कूपर अस्पताल में एक मेडिकल कॉलेज की इमारत, दो प्रमुख चिकित्सा सुविधाओं का पुनर्विकास - बोरीवली में भगवती अस्पताल, सायन अस्पताल, प्लस सिद्धार्थ / मुरली देवड़ा नेत्र अस्पताल, केईएम अस्पताल परिसर में प्रोटॉन थेरेपी के लिए एक नया कैंसर अस्पताल, एमटी अग्रवाल अस्पताल और भाभा अस्पताल और नायर डेंटल कॉलेज का विस्तार आदि शामिल है।

निकाय चुनावों को देखते हुए, बीएमसी दहिसर, पोइसर, ओशिवारा में 18 किलोमीटर लंबी मीठी नदी और इसकी अन्य शाखाओं के पुनरुद्धार के लिए 1,539.79 करोड़ रुपये के व्यय के साथ प्रमुख बाढ़ नियंत्रण उपायों पर जोर देगी। इसके अलावा जल निकासी नालों, 386 बाढ़ आशंकित केन्द्रों पर भी ध्यान दिया जाएगा जो मानसून के दौरान शहर के कई हिस्सों को जलमग्न कर देते हैं।  चहल ने कहा मीठी नदी की रिटेनिंग वॉल निर्माण का 80 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और चौड़ीकरण व गहरीकरण का 95 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। जबकि विकास और प्रदूषण नियंत्रण की योजना तैयार है और इसे चार चरणों में लागू किया जाएगा।

बीएमसी ने शहर के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ के पानी को बाहर निकालने की क्षमता को बढ़ाया है। उसने 1993 की ब्रिम्सटोवड मास्टर प्लान रिपोर्ट के आधार पर अपने स्टॉर्म वाटर ड्रेन नेटवर्क में सुधार किया है। इसके अलावा 58 प्राथमिकता वाले कार्यों में से 42 पूरे हो चुके हैं, 13 प्रगति पर हैं और तीन पर अभी काम किया जाना है।

बुनियादी ढांचे के मोर्चे पर, बीएमसी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की महत्वाकांक्षी तटीय सड़क परियोजना के लिए 3200 करोड़ रुपये खर्च करेगी । इसके अतिरिक्त 2 फ्लाईओवर के साथ गोरेगांव-मुलुंड लिंक रोड के लिए 1300 करोड़ रुपये और सीवरेज उपचार परियोजना के लिए 1340 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

कंक्रीट जंगल के रूप में जानी जाने वाली मुंबई को इको-फ्रेंडली बनाने के लिए इस वर्ष शहर में 219 किलोमीटर लंबी महत्वपूर्ण सड़कों में सुधार किया जाएगा। इसके साथ ही सभी 30 प्रमुख सार्वजनिक पार्किंग स्थलों में इलेक्ट्रॉनिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशन, कचरा संग्रहण-पृथक्करण के लिए प्रत्येक बीएमसी वार्ड में इलेक्ट्रिक वाहनों की तैनाती और इलेक्ट्रॉनिक कचरा रिकवरी सेंटर के लिए 1 करोड़ रुपये तथा इलेक्ट्रिक श्मशान में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाएगा।

बीएमसी 14 जनवरी को,दुबई और सिंगापुर के बाद चैटबॉट के माध्यम से 80 सार्वजनिक सेवाओं की पेशकश करने वाला दुनिया का तीसरा नागरिक निकाय बन गया था । इस साल यह राजस्व बढ़ाने के लिए डिजिटल विज्ञापनों की अनुमति देकर स्मार्ट बन जाएगा। संपत्ति कर और जल कर बिल, और अन्य भुगतान को डिजीटली किया जाएगा।

बीएमसी ने 3370.24 करोड़ रुपये के बजट के साथ शिक्षा पर जोर दिया है जो पिछले साल के 2945.78 करोड़ रुपये से 14.45 प्रतिशत अधिक है। बीएमसी ने 19,401 एसएससी छात्रों को नवीनतम पाठ्यक्रम के साथ टैब प्रदान करने की योजना बनाई है जो ऑनलाइन शिक्षा के दिनों में एक सुधार शैक्षणिक उपकरण है। इसके अतिरिक्त 1,300 कक्षाओं का डिजिटलीकरण और 50 प्राथमिक विद्यालयों में ई-पुस्तकालयों की एक पायलट परियोजना भी शामिल है।

पहले से ही नागरिक स्कूलों में महाराष्ट्र बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की पेशकश कर रहा है। इस साल बीएमसी कैंब्रिज विश्वविद्यालय से संबद्ध आईजीसीएसई और छात्रों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्नातक पाठ्यक्रम (आईबी) की शुरूआत करेगा।

बीएमसी नागरिकों के जीवन को आसान करने के लिए सड़कों, फुटपाथों और सामुदायिक स्थानों पर काम करने की दिशा में ईज ऑफ वॉकिंग को बढ़ाने के लिए शहरी डिजाइनरों को पैनल में शामिल करेगा। माहिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए अधिक स्ट्रीटलाइट्स स्थापित करने के लिए अधिक ध्यान दिया जाएगा। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, ईज ऑफ कंप्लायंस, ईज ऑफ मॉनिटरिंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस जैसी अन्य ईज ऑफ डूइंग नीतियों के अलावा राहगीरों के लिए ईज ऑफ सेफ्टी, ईज ऑफ कम्यूट की दिशा में नए ब्रिज/सीमेंट-कंक्रीट सड़कें बनाई जाएगी।

मुख्यमंत्री द्वारा घोषित नए साल के उपहार के तौर पर बीएमसी 500-वर्ग फुट क्षेत्र की आवासीय संपत्तियों के 16,14,000 मालिकों को संपत्ति कर में छूट देगा । इस कदम से उसकी वार्षिक राजस्व आमदनी में 462 करोड़ रुपये की कमी आएगी। बीएमसी में कांग्रेस दल के नेता रवि राजा और भारतीय जनता पार्टी के शहर विधायक आशीष शेलार और अन्य विपक्षी दलों ने बजट को निराशाजनक और विभिन्न मोचरें पर कमी करार दिया है।

 

(आईएएनएस)

Tags: