जीवन में खुशियों का आधार श्रेष्ठ कर्म: वीणा बहिनजी फोटो
पन्ना जीवन में खुशियों का आधार श्रेष्ठ कर्म: वीणा बहिनजी फोटो
डिजिटल डेस्क पन्ना। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय पन्ना में आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर थीम के अंतर्गत आयोजित ’’गीता सार, सर्व खुशियों का आधार’’ विषय पर कर्नाटक से पधारीं राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वीणा बहिनजी ने कहा कि, जीवन में खुशियों का आधार श्रेष्ठ कर्म हैं। कर्म ही जीवन है श्रेष्ठ कर्म की व्याख्या करते हुए उन्होंने कहा कि, विकारी मनोवृत्तियों से मुक्त कर्म ही श्रेष्ठ कर्म है। जिससे सभी के जीवन में सुख शांति का प्रभा होता है और खुशियां आती हैं। वर्तमान समय नकारात्मक वातावरण में मनोवृत्ति को शुद्ध बनाने में मेडीटेशन ध्यान का अभ्यास अत्यंत महत्वपूर्ण है। श्रीमद् भगवद् गीता का ज्ञान केवल एक अर्जुन के लिए नहीं बल्कि सम्पूर्ण जनमानस के लिए है लेकिन आज गीता ज्ञान पुस्तक में रह गया और मस्तक खाली रह गया। इसलिए इस तनाव भरे माहौल में अब आवश्यकता है कि गीता ज्ञान को अपने व्यवहारिक स्वरूप में लाने की।
आयोजित कार्यक्रम में बहिनजी द्वारा सभी ध्यान का अभ्यास करवाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथियों का स्वागत एवं दीप प्रज्जवलन किया गया। सीता बहिनजी संस्थाओं की गतिविधियों एवं उद्देश्य की जानकारी कार्यक्रम उपस्थित पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना द्वारा कहा गया है कि यहां पर थोड़े समय में जो ज्ञान मिला है उसे जीवन में हम सभी को आत्मसात करना चाहिए। आयोजित कार्यक्रम में मुख्य रूप से नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती मीना पाण्डेय, कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती शारदा पाठक, भान प्रताप सिंह, श्रीमती निशा जैन, श्रीमती सुमन गुप्ता, श्रीमती मंजूलता जैन, शंकर जगवानी, रावेन्द्र शुक्ला, तरूण पाठक, सन्मत जैन, डॉ. खैरहा, डॉ देवव्रत, संजय तिवारी, योगेश पाण्डेय एवं ब्रह्माकुमारी विद्यालय से जुड़े हुए जिलेभर से आये हुए भाई-बहिनों की गरिमामय उपस्थिति के साथ शहर के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।