आगनवाडी कार्यकर्ता टीकाकरण के लिए घर-घर जाकर कर रही है प्रोत्साहित "सफलता की कहानी"!
आगनवाडी कार्यकर्ता टीकाकरण के लिए घर-घर जाकर कर रही है प्रोत्साहित "सफलता की कहानी"!
डिजिटल डेस्क | श्योपुर राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम की दिशा में निरंतर प्रयास किये जा रहे है। साथ ही जिलें में स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग मैदानी अमले द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए नागरिको को टीका लगवाने के लिए घर-घर जाकर प्रोत्साहित करने की पहल जारी है। कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप श्योपुर जिले में कोविड की बीमारी से निजात दिलाने के लिए हर स्तर से कदम उठाये जा रहे है। साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा लागू की मुख्यमंत्री कोविड-19 अनुकंपा नियुक्ति, विशेष अनुग्रह योजना, कोविड कल्याण योजना का क्रियान्वयन कराने की पहल विभागीय अधिकारियों से शुरू कराने की पहल की गई है।
साथ ही नागरिकों को कोविड संकट से बचाने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे है। एमपी एग्रो के जिला प्रबंधक श्री मनोहर उईके द्वारा नोबल कोरोना वायरस से संक्रमण से बचाने की दिशा में कलेक्टर श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा सौपे गये क्षेत्रीय कार्य के अनुसार आगनबाडी कार्यकर्ताओ के साथ ग्रामीण अंचलो में घर-घर जाकर कोरोना वायरस का टीका 18 से 44 वर्ष और 45 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों को लगवाने के लिए प्रेरणा दी जा रही है। आंगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती ममता सेन द्वारा अपने क्षेत्र की आगनवाडी केन्द्र से लगे हुए ग्रामीणों को कोरोना का टीका लगवाने के लिए घर-घर जाकर प्रेरित किया जा रहा है। साथ ही कोरोना संक्रमण से निजात पाने के लिए मास्क पहनने, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने के अलावा साबुन से हाथ धोने और सेनेटाईज रहने की सलाह अपने क्षेत्र के ग्रामीणों को दी जा रही है।
महिला बाल विकास विभाग की श्योपुर परियोजना क्षेत्र की आगनबाडी कार्यकर्ता श्रीमती ममता सेन ने बताया कि मप्र सरकार की पहल पर जिला प्रशासन के माध्यम से कोरोना वायरस से निजात दिलाने की दिशा में पूरे प्रयास किये जा रहे है। इन प्रयासो के अंतर्गत शहरी क्षेत्र में क्षेत्र की सडको को नगरपालिका के माध्यम से सेनेटाईज किया जा रहा है। साथ ही पुलिस प्रशासन के अधिकारी कोरोना कर्फ्यू का पालन निरंतर करा रहे है। जिससे कोरोना संक्रमण से दिनो-दिन गिरावट आ रही है। मेरे अवाला विभाग की अन्य कार्यकर्ता भी अपने क्षेत्र के शहरी एवं ग्रामीण परिवारो के घर-घर जाकर वैक्सीन लगवाने की अलख जगा रही है। जिससे जागरूक होकर 18 से 44 वर्ष और 45 से अधिक उम्र के व्यक्ति टीका लगवाने के लिए आगे आ रहे है।