पांच वर्ष बाद भी अमृत योजना का काम अधूरा
लोगों को नल कनेक्शन का इंतजार पांच वर्ष बाद भी अमृत योजना का काम अधूरा
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। अमृत योजना का कार्य शुरू करने के कार्यादेश को गुरुवार 9 जून 5 वर्ष पूरे हो गए। लेकिन अब तक अमृत योजना का काम अधूरा है, जिससे कई नागरिकों को नल कनेक्शन का इंतजार है। 9 जून 2017 को चंद्रपुर मनपा ने मे. संतोष कन्स्ट्रक्शन नामक ठेका कंपनी को अमृत योजना काम शुरू करने के लिए कार्यादेश दिया। इसे पांच वर्ष हो गए परंतु शहर में अमृत की पाइप-लाइन डालने का काम अधूरा है, जिनके घर में नल कनेक्शन मिला वहां योजना का लोकार्पण हुआ, परंतु अनेक माह से पानी नहीं मिला है। ऐसे में अब बरसात के दिनों में भी अमृत योजना के खुदाई कार्य से नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जहां लोकार्पण हुआ, वहां पानी नहीं आ रहा
अमृत योजना के काम के लिए मनपा ने संपूर्ण शहर को कुल 16 जोन में बांटा है। इसमें से 11 जोन में 28 अप्रैल 2022 के पूर्व ही सत्ताधारियों ने लोकार्पण किया परंतु इन 11 जोन में से विठ्ठल मंदिर, तुकूम प्रभाग, कुछ क्षेत्र वड़गांव प्रभाग के आंबेडकर सभागृह परिसर में पिछले 15 दिनों से एक दिन बाद जलापूर्ति हो रही है। अन्य 8 जोन में लोकार्पण होने के बावजूद कनेक्शन मिले नलों से अब तक जलापूर्ति नहीं हुई है। वहीं शहर के कुल 16 जोन में से 5 जोन में अभी भी इस योजना का काम पूर्ण होना बाकी है। संपूर्ण शहर में लगभग 90 हजार संपत्ति धारकों को नल कनेक्शन करना है, लेकिन अब तक 60 हजार घरों तक ही कनेक्शन हुआ है। अभी भी शहर में 30 कि.मी. तक पाइप-लाइन डालना बाकी है।
आधे से अधिक पैसे दे दिए
पिछले पांच वर्ष से अमृत योजना का काम पूर्ण नहीं हुआ है। 234 करोड़ में से ठेकेदार को 200 करोड़ से अधिक रुपए का बिल मनपा के तत्कालीन सत्ताधारियों द्वारा दे िदया गया। इतने वर्ष से पानी की प्रतीक्षा करनेवाले लोग इन्हें माफ नहीं करेंगे। इधर मनपा प्रशासन रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए शहर में आक्रमकता से उपक्रम चला रही है परंतु 5 वर्ष अमृत के ठेकेदार को छूट दी गई। जुर्माना भी नहीं लगाया गया। अमृत के ठेकेदार ने बड़ा विलंब करने के बावजूद उसे छूट देनेवाले मनपा प्रशासन को रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए नागरिकों को जुर्माना लगाने का नैतिक अधिकार है? ऐसा सवाल जनविकास सेना के अध्यक्ष व पूर्व पार्षद पप्पू देशमुख ने उपस्थित किया है।