अमरावती के तड़ीपार गड़चिरोली में सक्रिय!
दहशत निर्माण करने का प्रयास अमरावती के तड़ीपार गड़चिरोली में सक्रिय!
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । जिले में पिछले कुछ दिनों से जिला मुख्यालय में शराब विक्रेताओं की दहशत से आम लोगों में भयपूर्ण माहौल निर्माण होने लगा है। अमरावती जिले से तड़ीपार हुए 6 से 7 शराब विक्रेताओं की टोली वर्तमान में गड़चिरोली शहर में सक्रिय हो गयी है। इन शराब विक्रेताओं द्वारा भोलेभाले लोगों के घरों में जबरन कब्जा किया जा रहा है। इतना ही नहीं लोगों से मारपीट करने के साथ साथ शहर में धड़ल्ले से शराब की बिक्री भी की जा रही है। हाल ही में पांच दिन पूर्व इसी टोली के विक्रेताओं ने शहर के काम्प्लेक्स परिसर में एक महिला की जमकर पीटाई भी की है। मात्र लगातार बढ़ रहे मामलों के बाद भी शहर पुलिस द्वारा संबंधितों के खिलाफ अब तक किसी तरह की सख्त कार्रवाई नहीं की गयी है।
शराब विक्रेताओं पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए सरकार ने पुलिस थाना, आबकारी विभाग और स्थानीय अपराध शाखा के अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। हाल ही में जिला पुलिस अधीक्षक पद पर नीलोत्पल ने कार्यभार संभाला है। उन्होंने जिले की कमान संभालते ही सर्वप्रथम शराब विक्रेताओं को टार्गेट किया था। वर्तमान में भी शराब विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई जारी है। लेकिन इस कार्रवाई में लगातार ढिलाई बरतने के कारण वर्तमान में एक बार फिर शराब विक्रेता सक्रिय होने लगे हैं। ऐसे में अमरावती जिले से तड़ीपार हुए 6 से 7 व्यक्तियों ने गड़चिरोली जिला मुख्यालय को अपना ठिकाना बना लिया है। इस टोली में महिलाओं का भी समावेश होकर यह टोली शहर के भोलेभाले व्यक्तियों के घर पहुंचकर किराए का कमरा लेने के बहाने पूरे घर पर कब्जा करने लगे हैं।
इसी घर में धड़ल्ले से शराब की बिक्री भी की जा रहीं है। शराब बिक्री के खिलाफ किसी व्यक्ति ने आवाज उठाई तो संबंधित टोली के सदस्य आवाज उठाने वाले व्यक्तियों की जमकर पिटाई भी करने लगे। जानकारी के अनुसार, वर्तमान में यह टोली शहर के गोकुलनगर प्रभाग में निवासरत होकर गोकुलनगर समेत इंदिरानगर के कुछ घरों पर अवैध रूप से कब्जा भी जमाया है। पांच दिन पूर्व इसी टोली के सदस्यों ने काम्प्लेक्स परिसर में एक महिला की जमकर पीटाई की थी। मात्र टोली के सदस्यों ने ही अपना सीना तानते हुए संबंधित महिला के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी थी। इससे यह स्पष्ट होता है कि, टोली के तड़ीपार सदस्य पुलिस से भी नहीं डरते। शराब बंदी का कड़ाई से पालन करते हुए संबंधित टोली के सदस्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।