ओबीसी विद्यार्थियों को हर वर्ष 80 हजार रु. की निधि दी जाए
वर्धा ओबीसी विद्यार्थियों को हर वर्ष 80 हजार रु. की निधि दी जाए
डिजिटल डेस्क, वर्धा। तीन वर्ष पूर्व महाराष्ट्र में करीब 75 वर्ष बाद ओबीसी विद्यार्थियों के लिए महाज्योति की निर्मिति की गई। ओबीसी विद्यार्थियों का छात्रावास नहीं होने से इसके बारे में बार-बार मांग की गई। इसके बाद शासन ने यह घोषणा की, लेकिन यह घोषणा फेल रही। शासन को अब ज्ञानज्योति सावित्रीबाई फुले आधार योजना शुरू कर ओबीसी विद्यार्थियों को हर वर्ष 80 हजार रुपए की निधि देने की मांग महाज्योति के पूर्व संचालक प्रा. दिवाकर गमे ने की है। इस संदर्भ में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को निवेदन दिया गया है। मराठा समाज आरक्षण उपाययोजना मंत्रिमंडल उपसमिति के अध्यक्ष व मंत्री चंद्रकांत पाटील ने ओबीसी की तरह ही मराठा विद्यार्थियों को पंजाबराव देशमुख निर्वाह भत्ता योजना शुरू की जाएगी व इसके द्वारा दूसरे गांव में शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रति वर्ष 60 हजार रुपए देने की घोषणा की व इस पर तत्काल अमल किया गया, लेकिन प्रत्यक्ष में ओबीसी विद्यार्थियों को स्वतंत्रता के 75 वर्ष बाद भी महाराष्ट्र में ओबीसी के लिए शासन का एक भी छात्रावास नहीं है। गत अनेक वर्षों से शासन की ओर से ओबीसी विद्यार्थियों के लिए छात्रावास होगे, यह केवल घोषणा की जा रही है।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में 72 छात्रावास की घोषणा की। यह उनकी छठवीं घोषणा है। एेसे में केंद्र शासन की 60 फीसदी निधि मिलने के बाद ही यह छात्रावास शुरू किए जाएंगे। अब केंद्र का ओबीसी के लिए बजट नहीं होने से यह निधि नहीं मिलेगी। केंद्र शासन की ओर केवल उंगली दिखाकर गुमराह किया जा रहा है। इसलिए ओबीसी विद्यार्थियों के लिए ज्ञानज्योति आधार योजना शुरू कर विद्यार्थियों को प्रति वर्ष 80 हजार रुपए की निधि देने की मांग की है। महाराष्ट्र में ओबीसी विद्यार्थियों के लिए छात्रावास नहीं होने से उन्हें एससी, एसटी की तर्ज पर आधार योजना शुरू की जाए, यह सिफारिश दो वर्ष पूर्व की गई थी, लेकिन तत्कालीन ओबीसी मंत्री विजय वेडट्टीवार ने केवल घोषणा की, प्रत्यक्ष में इसकी अनदेखी की गई। महाज्योति की रद्द की गई ज्ञानज्योति आधार योजना शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील ने मराठा समाज के लिए लागू कर प्रति वर्ष 60 हजार रुपए निर्वाह भत्ता योजना शुरू की है, लेकिन ओबीसी मंत्री अतुल सावे केवल चुप्पी साधे हुए हैं। यह केवल ओबीसी विद्यार्थियों को गुमराह किया जा रहा है। इसलिए शासन की ओर से ओबीसी विद्यार्थियों के लिए तत्काल ज्ञानज्योति सावित्रीबाई फुले आधार योजना शुरू कर विद्यार्थियों को प्रति वर्ष 80 हजार रुपए दुसरे गांव में शिक्षा प्राप्त करने के लिए निधि देने की मांग महात्योति के पूर्व संचालक व प्रदेश राष्ट्रवादी के उपाध्यक्ष प्रा. दिवाकर गमे ने की है। इस संदर्भ में राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस को निवेदन दिया गया है।