कलेक्ट्रेट से 5 सौ मीटर दूर ऐतिहासिक पौनांग तालाब की सीमा से खिलवाड़, जिम्मेदार अंजान
शहडोल कलेक्ट्रेट से 5 सौ मीटर दूर ऐतिहासिक पौनांग तालाब की सीमा से खिलवाड़, जिम्मेदार अंजान
कलेक्टर कार्यालय से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित ऐतिहासिक पौनांग तालाब की सीमा से खिलवाड़ और अतिक्रमण को बढ़ावा देने की कोशिशों के मामले में नगर पालिका के अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल व उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा डोली ने कहा कि फिलहाल बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य रुकवाकर तालाब की सीमा तय करने करने के लिए सीमांकन होगा। उल्लेखनीय है कि पौनांग तालाब को सुरक्षित करने के लिए बाउंड्रीवाल निर्माण में सीमा का ध्यान न रखते हुए सीएमओ के प्लॉट के समीप मेढ़ के बीच में बाउंड्रीवाल निर्माण को लेकर दैनिक भास्कर में मंगलवार को प्रमुखता से खबर प्रकाशित हुई थी। इस पर नगर पालिका के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष ने कहा कि पौनांग तालाब शहर की ऐतिहासिक तालाब है और लोगों की गहरी आस्था इस तालाब से है। इस बीच नागरिकों ने इस पूरे मामले में प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि शहर में तालाबों को पाटने की कोशिशें पहले से होती रही है। ऐसे में कलेक्ट्रेट के समीप शहर की ऐतिहासिक तालाब की सीमा को सुरक्षित रखने में लापरवाही पर जवाबदेही तय कर दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
19 लाख 46 हजार रुपए से बाउंड्रीवाल निर्माण
नगर पालिका के उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा डोली ने बताया कि पिछले कार्यकाल में 19 लाख 46 हजार रुपए की लागत से तालाब का निर्माण स्वीकृत हुआ है। निर्माण जीईएम से हो रहा है।
जमीन छोडऩा उचित नहीं
नगर पालिका अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल और उपाध्यक्ष प्रवीण शर्मा डोली ने बताया कि पौनांग तालाब में बाउंड्रीवाल निर्माण के दौरान तालाब की सीमा का उचित निर्धारण नहीं कर मेढ़ के बीच में बाउंड्रीवाल का निर्माण करना उचित नहीं है। इस तरह से जमीन छोडऩे से अतिक्रमण को बढ़ावा मिलेगा।