मध्य प्रदेश: प्रदेश का “जन” कोई “आशीर्वाद” नहीं दे रहा भाजपा को - सज्जन सिंह वर्मा
डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर निशाना साधा, वर्मा ने कहा कि प्रदेश में कोई भाजपा को आशीर्वाद नहीं दे रहा जबकि कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। वर्मा ने कहा कि प्रदेश के कई जिलों में भाजपा के मंत्रियों को लोगों ने भगाया, वर्मा ने कहा कि 18 सालों से प्रदेश का किसान परेशान है। युवा बेरोजगार है, किस बात का आशीर्वाद देंगे इन्हें? 2018 में भी जनता ने आशीर्वाद नहीं दिया था और इस बार तो बिलकुल नहीं मिलेगा।
जन आशीर्वाद यात्रा में कोई आशीर्वाद नहीं दे रहा!! प्रदेश के अलग-अलग जिलों में यात्रा को लोग धिक्कार रहे हैं!#JanAakroshRally #JanAkrosh #जन_आक्रोश_यात्रा #जनआक्रोश pic.twitter.com/jZq8P8koct
— Sajjan Singh Verma (@sajjanvermaINC) September 22, 2023
सरकारी कर्मचारियों को भाजपा के दुपट्टे पहनाकर बैठा रहे सभा में
सज्जन सिंह वर्मा ने आरोप लगाया कि जन आशीर्वाद यात्रा में आम जनता की भीड़ नहीं आने पर प्रशासनिक कर्मचारी को भाजपा का दुपट्टा पहनाकर सभाओं में बिठाया जा रहा, जबरजस्ती बुलाया जा रहा, आंगनवाड़ी कि हमारी बहनों को जबरदस्ती भाजपा की रेलिया में आने के लिए बाध्य किया जा रहा। वर्मा ने कहा कि अगर भाजपा इससे खुश है इस तरह से भीड़ जुटाने में खुश है तो वह होते रहे। 2023 के चुनाव में सारी तस्वीर साफ हो जाएगी।
करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने राजेश सोनकर का पुतला दहन किया
गुरुवार को क्षेत्र के करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भाजपा प्रत्याशी राजेश सोनकर का पुतला जलाया। करणी सेना जिलाध्यक्ष प्रतिनिधि योगेंद्रसिंह जोलाय ने बताया कि सोनकर के समर्थकों ने पिछले दिनों करणी सैनिकों से अभद्रता की थी। इसी के विरोध में संगठन ने सोनकर का पुतला जलाते हुए आक्रोश व्यक्त किया है। हेमराज सोनगरा, बलरामसिंह राजपूत, लाला बना, गजराजसिंह राजपूत, देवेंद्र बना, जीवनसिंह, काना सहित करणी सेना के सदस्य उपस्थित थे।
सोनकच्छ क्षेत्र के ग्राम ओढ़नी में पिछले दिनों करणी सैनिक के साथ भाजपा प्रत्याशी राजेश सोनकर के समर्थकों द्वारा अभद्रता करने के विरोध में गुरुवार को बीसाखेड़ी व एनाबाद में सोनकर का पुतला दहन किया गया। जिलाध्यक्ष शिवपालसिंह बीसाखेड़ी ने बताया कि क्षेत्र के कई हिस्सों में सोनकर का पुतला दहन किया गया है। इधर, बताया जाता है कि जो विवाद करणी सैनिक के साथ सोनकर समर्थक ने किया वह उनका आपसी विवाद था।