मध्य प्रदेश: प्राथमिक शिक्षकों का आमरण अनशन समाप्त, कांग्रेस ने कहा, हर हाल में होगा न्याय - सज्जन सिंह वर्मा
सज्जन सिंह वर्मा ने जूस पिलाकर समाप्त करवाया आंदोलन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। भोपाल के लोक शिक्षण संचालनालय के सामने आमरन अनशन कर रहे प्राथमिक शिक्षकों का आमरण अनशन सोमवार को समाप्त हो गया। इसी के साथ सरकार ने भी राहत की सांस ली। प्राथमिक शिक्षकों का आमरन अनशन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने अनशनकारियों को जूस पिलाकर खत्म करवाया।
प्राथिमिक शिक्षकों को सज्जन सिंह वर्मा ने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस की सरकार आते ही सबसे पहले आपके साथ न्याय किया जायेगा। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार को गूंगी-बहरी करार देते हुए कहा कि यह सरकार की तानशाही है कि महिनों से आंदोलन कर रहे शिक्षकों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के लोक शिक्षण संचालनालय के पास बीते एक महीने से साल 2020 की भर्ती परीक्षा में चयनित हुए प्राथमिक शिक्षकों द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस धरना प्रदर्शन में प्रदेश भर के चयनित अभ्यर्थी शामिल हैं। बीते 8 दिन से 10 अभ्यार्थियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया था। आमरण अनशन करने वालों में 5 महिला और 5 पुरुष शामिल हैं। आमरण अनशन के आठवें दिन दो महिला अभ्यर्थियों की तबीयत बिगड़ गई थी। नतीजतन मौके पर पुलिस पहुंची और जबरिया महिला अभ्यर्थियों को उठाकर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है।
पहले 2018 के पद भरे जाने की मांग
धरना प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने बताया कि 2018 में रोस्टर में जो पद जारी किए गए थे काउंसलिंग के लिए उन पर अब भी भर्ती पूर्ण नहीं हुई है, जबकि विभाग का कहना है कि सभी पद भरा गए। विभाग का कहना है कि यह पद हमने सरकार को दे दिए हैं। सरकार चाहे तो यह पद भरे जा सकते हैं। भर्ती शिक्षकों का कहना है कि हम मेरिट होल्डर हैं, इसके बावजूद सड़कों पर भटक रहे हैं। पहले 2018 की भर्ती पूर्ण की जाए इसके बाद 2023 की भर्ती की जाए।
कांग्रेस दे चुकी समर्थन
इधर धरना प्रदर्शन कर रहे चयनित शिक्षक अभ्यार्थियों को कांग्रेस पूर्व से ही अपना समर्थन दे चुकी है। बीते दिन कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा, दीपक जोशी और राज्य सभा सदस्य राजमणी पटेल ने धरना स्थल पर पहुंचकर अभ्यर्थियों को अपना समर्थन दिया था। सोमवार को एक बार फिर कांग्रेस की तरफ से वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा को आमरण स्थल भेजा गया। इस दौरान उन्होंने आमरण अनशनकारियों को समझा-बुझाकर न केवल आमरण अनशन समाप्त करने के लिये राजी किया अिपतु कांग्रेस की सरकार आते ही तीन महीने के अंदर नियुक्तियां देने का वादा भी किया। कांग्रेस की इस पहल से चयनित शिक्षकों में काफी प्रसन्नता देखी गई। वहीं आंदोलनकारी चयनित शिक्षकों ने ऐलान किया कि उनका आंदोलन धरना-प्रदर्शन के रूप में तब तक जारी रहेगा जब मौजूदा सरकार हमारी मांगे स्वीकार नही कर लेती। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा आमरण अनशन समाप्त हुआ है, आंदोलन नही।