जिस मैदान पर वीरेंद्र सहवाग की खतरनाक बल्लेबाजी देख रोया था 6 साल का पाकिस्तानी अबरार, अब उसी मैदान पर किया धमाकेदार डेब्यू 

क्रिकेट जिस मैदान पर वीरेंद्र सहवाग की खतरनाक बल्लेबाजी देख रोया था 6 साल का पाकिस्तानी अबरार, अब उसी मैदान पर किया धमाकेदार डेब्यू 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-09 13:04 GMT
जिस मैदान पर वीरेंद्र सहवाग की खतरनाक बल्लेबाजी देख रोया था 6 साल का पाकिस्तानी अबरार, अब उसी मैदान पर किया धमाकेदार डेब्यू 
हाईलाइट
  • परेशान पिता ने कर दिया था कमरे में बंद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंग्लैंड टीम इस समय पाकिस्तान दौरे है। जहां दोनों के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। सीरीज का पहला टेस्ट जीतकर मेहमान इंग्लैंड ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। सीरीज का दूसरा टेस्ट मुल्तान में खेला जा रहा है। इस टेस्ट मैच मे युवा लेग स्पिनर अबरार अहमद ने पाकिस्तान के लिए धमाकेदार डेब्यू किया। उन्होंने अपने पहले ही मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड के 7 बल्लेबाजों को पवेलियन रवाना किया। इस कारनामे के साथ ही अबरार अब एक खास क्लब में शामिल हो गए हैं। दरअसल, वह पाकिस्तान की ओर से अपने पहले ही टेस्ट मैच में 7 विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में पहले स्थान पर संयुक्त रूप से काबिज हो गए हैं। उनके अलावा यह कारनामा दो और पाकिस्तानी खिलाड़ी मोहम्मद जाहिद और मोहम्मद नाजिर भी कर चुके हैं। 

जब वीरेंद्र सहवाग के हाथों पाकिस्तानी गेंदबाजों की धुनाई देख रोने लगे थे अबरार

जिस मुल्तान के मैदान से अबरार ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरूआत की, उससे उनकी खास यादें जुड़ी हुई हैं। अबरार के भाई साजिद ने उनकी इन यादों के बारे में मीडिया को बताया है। साजिद ने बताया कि, जब 2004 में भारतीय टीम 3 टेस्ट और 5 वनडे मैचों की सीरीज खेलने पाकिस्तान के दौरे पर आई थी। तब मुल्तान में खेले गए टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में भारतीय ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने धमाकेदार अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए तीसरा शतक लगाया था। उस समय अबरार की उम्र केवल 6 साल थी। अपनी बल्लेबाजी के दौरान सहवाग ने पाकिस्तान के दिग्गज लेग स्पिनर सकलैन मुश्ताक को सबसे ज्यादा टारगेट किया था। उन्होंने सकलैन की जमकर धुलाई की थी और उनकी गेंदों पर मैदान के चारों तरफ शानदार चौके-छक्के मारे थे। तब सहवाग के हाथों पाकिस्तानी गेंदबाजों की इतनी बुरी तरह से पिटाई देख 6 साल के अबरार रोने लगे थे। साजिद ने बताया कि अबरार की क्रिकेट की समझ इतनी कम उम्र में भी काफी अच्छी थी। वह उस समय सहवाग के लगाए छक्कों की बजाय सकलैन की गेंदबाजी की कमिया बताने लगे थे। 

परेशान पिता ने कर दिया था कमरे में बंद

अबरार के भाई साजिद ने बताया, "मुझे आज भी याद है वह मुल्तान टेस्ट था, जहां भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने तिहरा शतक लगाया था। तब उन्होंने सबसे ज्यादा सकलैन मुश्ताक पर अटैक किया। अबरार की उम्र उस समय 6 साल थी। तब वह सकलैन भाई की गेंदबाजी की खामियों के बारे में बात कर रहे थे। मेरे पिता उसकी कमेंट्री से इतने परेशान हो गए थे, कि उन्होंने अबरार को दूसरे कमरे में बंद कर दिया था।" 

क्रिकेटर नहीं बल्कि आलीम बनाना चाहती थीं उनकी मां

अपने 8 भाई बहनों में अबरार सबसे छोटे थे। उनकी मां चाहती थी कि वह अलीम बने। मगर अबरार का सपना क्रिकेटर बनने का था। उन्होंने अपनी मां से अलीमा करने से साफ मना कर दिया था। साजिद ने बताया कि अबरार ने मां से कहा था, मैं क्रिकेट खेलना चाहता हूं। मुझे आलिम नहीं बनना है, मेरी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है। गौरतलब है कि अलीमा का अर्थ इस्लामिक विज्ञान का अध्ययन करना है। 
 

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