सचिन ने लता दीदी के साथ मिलकर देखा आईपीएल फाइनल
सचिन ने लता दीदी के साथ मिलकर देखा आईपीएल फाइनल
डिजिटल डेस्क, मुंबई। आईपीएल-11 भले ही खत्म हो चुका है लेकिन अभी भी उससे जुड़ी खबरें मीडिया में सुर्खियों में बनी हुई हैं। आईपीएल से जुड़ी एक और खबर सामने आई है जिसके मुताबिक आईपीएल-11 का फाइनल मुकाबला भारत की दो महान हस्तियों ने एक साथ बैठकर देखा था। हम बात कर रहे हैं भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर और भारत रत्न मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की, जिन्होंने एक साथ बैठकर आईपीएल-11 के फाइनल का मजा लिया। सचिन लता मंगेशकर के घर पहुंचे थे और फिर उन्होंने वहीं पर फाइनल मैच का लुत्फ उठाया।
Namaskar.Kal bahut dino’n ke baad hamare ghar Bharat Ratna Sachin Tendulkar aur unki patni Anjali padhaare.hum sabne saath baithke kal final match ka anand uthaaya. pic.twitter.com/uQUWjbxRun
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) 28 May 2018
लता मंगेशकर ने शेयर की फोटो
लता मंगेशकर के घर पर बैठकर सचिन के आईपीएल फाइनल देखने की एक तस्वीर खुद लता मंगेशकर ने सोशल मीडिया पर शेयर की है। फोटो शेयर करते हुए लता मंगेशकर ने ट्विटर पर लिखा, नमस्कार, बहुत दिनों के बाद हमारे घर भारत रत्न सचिन तेंदुलकर और उनकी पत्नी अंजलि पधारे। हम सबने साथ बैठकर आईपीएल के फाइनल मैच का आनंद उठाया। लता मंगेशकर ने जो फोटो शेयर किया है उसमें सचिन और अंजलि उनके साथ बैठे नजर आ रहे हैं। याद रहे सचिन तेंदुलकर आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस के मेंटर हैं लेकिन इस बार मुंबई की टीम प्लेऑफ में अपनी जगह नहीं बना पाई थी।
लता मंगेशकर के फैन हैं सचिन
वैसे तो मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के दुनियाभर में ढेरों फैन हैं लेकिन खुद मास्टर ब्लास्टर जिनके फैन हैं उनमें से एक नाम भारत रत्न और स्वर कोकिला लता मंगेशकर का भी है। खुद सचिन तेंदुलकर इस बात को कई बार बता चुके हैं कि वो लता जी के बड़े फैन हैं और आज भी अक्सर उन्हीं के गाए हुए गानों को सुनना पसंद करते हैं।
चेन्नई ने जीता आईपीएल-11 का खिताब
रविवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए आईपीएल-11 के फाइनल मुकाबले में हैदराबाद को 8 विकेट से हराते हुए तीसरी बार आईपीएल खिताब हासिल किया है। मैच में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने शानदार खेल दिखाया और खिताब पर कब्जा जमाया। चेन्नई की जीत के हीरो ऑलराउंडर शेन वॉटसन रहे थे जिन्होंने फाइनल में शानदार नाबाद 117 रनों की आतिशी परी खेली थी और चेन्नई को खिताबी जीत दिलाई।