धोनी की कप्तानी के मुरीद हुए वाटसन
धोनी की कप्तानी के मुरीद हुए वाटसन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दो साल बाद आईपीएल-11 में वापसी करने वाली चेन्नई सुपर किंग्स की टीम शानदार खेल दिखाते हुए टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंच गई है। धोनी की कप्तानी में ये सातवीं बार है जब चेन्नई सुपर किंग्स की टीम आईपीएल के फाइनल में पहुंची और खिताब से महज एक कदम दूर है। इस साल ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉटसन भी चेन्नई सुपर किंग्स टीम के सदस्य हैं जिन्होंने हाल की के दिनों में कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी की जमकर तारीफ की साथ ही ये भी कहा कि वो अपने एक स्वार्थ के चलते चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में शामिल होना चाहते थे।
दूसरी बार खिताब जीतने का इंतजार
शेन वॉटसन आईपीएल के इतिहास में दूसरी बार फाइनल मुकाबले में खेलेगें, इससे पहले जब साल 2008 में राजस्थान रॉयल्स की टीम शेन वॉर्न की कप्तानी में आईपीएल चैंपियन बनी थी तब वो राजस्थान रॉयल्स टीम के सदस्य थे। अब जब चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के फाइनल में पहुंच चुकी है तो वो चेन्नई के सदस्य हैं। शेन वाटसन ने टूर्नामेंट में अब तक अच्छी बल्लेबाजी की है और एक शतक, दो अर्धशतक की बदौलत 438 रन बनाते हुए 6 विकेट भी हासिल किए हैं। अपनी इस फॉर्म के लिए वाटसन ने कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का शुक्रिया अदा किया है। वॉटसन ने कहा कि मैं चेन्नई सुपर किंग्स में खेलने का अवसर पाकर बेहद भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। मुझे इस पूरे सीजन में सलामी बल्लेबाजी का मौका मिला, मैंने ऐसे कुछ ओवरों में भी बल्लेबाजी की, जहां धोनी को मेरी जरूरत थी।
वाटसन ने खोला राज
शेन वाटसन ने ये भी कहा है कि वो चेन्नई सुपर किंग्स में धोनी के अलावा अपने एक निजी स्वार्थ के लिए भी आए थे। वाटसन ने कहा कि मैं देखना चाहता था कि धोनी का दिमाग किस तरह काम करता है और किस बेहतरीन तरीके से वो मैच को पढ़ते हैं। वाटसन ने धोनी की जमकर तारीफ करते हुए बताया कि वो अब तक आईपीएल में कई बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ खेले हैं लेकिन धोनी उन सब में सबसे ऊपर हैं।