Olympic history: जश्न ने बिगाड़ा दिया था खेल का मजा, अमेरिका बना सबसे बड़ा खिलाड़ी
Olympic history: जश्न ने बिगाड़ा दिया था खेल का मजा, अमेरिका बना सबसे बड़ा खिलाड़ी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। एथलेटिक्स के महोत्सव का तीसरा आयोजन 1904 में अमेरिका के सेंट लुइस शहर में 1 जुलाई से 23 नवंबर के बीच आयोजित हुआ, जहां 15 देशों के 650 खिलाड़ियों ने 18 खेलों के अलग-अलग 95 इवेंट्स में हिस्सा लिया।
पेरिस में 1900 के ओलंपिक की तरह, 1904 में हुए इस सबसे बड़े खेल आयोजन को ज्यादा महत्व नहीं मिला। खेलों को मूल रूप से शिकागो के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन स्थान को सेंट लुइस में बदल दिया गया था क्योंकि ओलंपिक आयोजन-समिति के अधिकारियों ने लुइसियाना प्रचेज प्रदर्शनी के साथ ओलंपिक को जोड़ने का फैसला किया। दरअसल इसी साल लुइसियाना को अमेरिका से जुड़े हुए सौ साल पूरे हुए थे। सौवीं सालगिरह का जश्न जोरशोर से मना रहे सेंट लुइस ने ओलंपिक को भी उसी आयोजन से जोड़ दिया। परिणामस्वरूप खेल को नुकसान हुआ। खिलाड़ी और दर्शक ठीक तरह से अपनी भागेदारी भी नहीं पेश कर पाए। इस कारण से कई कार्यक्रम एक प्रदर्शनी का हिस्सा बन गए, जिसमें अमेरिकी भारतीयों, पिग्मी और अन्य "आदिवासी" लोगों ने कीचड़ में लड़ने और पोल पर चढ़ने जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लिया। रूस-जापानी युद्ध को लेकर यूरोप में बढ़ते तनाव और सेंट लुइस की दूरी के कारण दुनिया के कई सर्वश्रेष्ठ एथलीट हिस्सा लेने में असफल रहे थे। यहां तक कि ओलंपिक संस्थापक पियरे, बैरन डी कूपर्टिन भी 1904 में ओलंपिक आयोजन से दूर रहे। 15 देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 650 प्रतियोगियों में से 100 से भी कम अमेरिका से बाहर के थे, और उनमें से लगभग आधे कनाडा से थे।
अमेरिका ने जीते सबसे ज्यादा मेडल
सभी खेलों के परिणाम अनुमानित रूप से एकतरफा थे, अमेरिकियों ने 95 स्वर्ण पदकों में से तीन-चौथाई से अधिक और कुल मिलाकर 230 से अधिक पदक अपने नाम किए। ट्रैक और फील्ड इवेंट्स का आयोजन वाशिंगटन विश्वविद्यालय के परिसर में आयोजित हुआ। अमेरिका के एथलीट रे एवरी ने तीनों स्टैंडिंग-जंप इवेट्स में स्वर्ण पदक जीतकर अपने पेरिस प्रदर्शन को दोहराया। अमेरिकी एथलीट आर्ची हैन, जिम लाइटबॉडी और हैरी हिलमैन ने भी तीन-तीन स्वर्ण पदक जीते।
स्वींमिग इवेंट्स का आयोजन आर्टिफिशियल झील में हुआ, जहां हंगरी के ज़ोल्टन हल्मायू और अमेरिका के चार्ल्स डेनियल ने व्यक्तिगत स्पर्धा में 2-2 गोल्ड मेडल जीते, तो वहीं जर्मनी के एमिल रौश ने 3 स्वर्ण पदक अपने नाम किए।
थॉमस कीली का ब्रिटेन के लिए खेलने से इनकार
आयरलैंड के थॉमस कीली ने ब्रिटिश झंडे के नीचे ना खेलने का फैसला किया और अपना खर्चा खुद वहन करते हुए डेकाथलॉन के शुरुआती इवेंट में स्वर्ण पदक जीता।
कीली और उनके प्रतिद्वंद्वियों ने 100-यार्ड स्प्रिंट, शॉट पुट, हाई जंप, 880-यार्ड वॉक, हैमर थ्रो, पोल वॉल्ट, 120-यार्ड बाधा दौड़, 56-पाउंड वेट थ्रो, लॉन्ग जंप और माइल रन, सभी इवेंट्स एक ही दिन में पूरे किए।
क्या है डेकाथलान
डेकाथलान (decathlon) एथलेटिक्स की एक प्रतियोगिता है जिसमे ट्रैक और फील्ड की कुल 10 प्रतियोगिताएं होती हैं। डेकाथलान (decathlon) शब्द ग्रीक शब्द "पेंटथलोन (pentathlon)" से मिलता जुलता है, डेकाथलान की सारी प्रतियोगिताएं दो दिनों तक होती हैं। और विजेता का फैसला दस खेलो के प्रदर्शन के आधार पर होता है। प्रत्येक प्रतियोगिता में खिलाड़ी का प्रदर्शन उसके द्वारा प्राप्त अंको से किया जाता है। यहाँ पर ध्यान देने योग्य बात है कि खिलाड़ी द्वारा प्राप्त स्थान (position) से कोई फर्क नहीं पड़ता है डेकाथलान प्रतियोगिता पुरुषों के लिए आयोजित होती है जबकि महिलायें हेप्टाथलान में हिस्सा लेती है जिसमे कुल सात अलग अलग प्रतियोगिताएं होती हैं।
डेकाथलान के इवेट्स-
पहले दिन- दूसरा दिन-
100m 110m हर्डल्स(hurdles)
लम्बी कूद(Long jump) डिस्कस थ्रो(Discus throw)
गोला फेंक(Shot put) बाँस कूद(Pole vault)
ऊंची कूद(High jump) भाला फेंक(Javelin throw)
400m 1500m
पारम्परिक रूप से डेकाथलान जीतने वाले खिलाड़ी को "दुनिया का महानतम धावक" की उपाधि से नवाजा जाता है डेकाथलान प्राचीन ओलम्पिक में होने वाली प्रतियोगिता पेंटथलोन (pentathlon) के समान है और यह 1884 में अमरीका की United States amateur championships में हुई प्रतियोगिता "आल-राउंड (all-round)" से भी मिलती जुलती है। दूसरी आल-राउंड प्रतियोगिता 1904 के ओलम्पिक में हुई थी। आधुनिक डेकाथलान की शुरुआत 1912 के खेलों से हुई थी।
पहली बार तीन पदक
1904 के ओलंपिक खेल पहले थे जिनमें पहले, दूसरे और तीसरे स्थान के लिए स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक दिए गए थे।
खेलों का डेब्यू
बॉक्सिंग, फ़्रीस्टाइल कुश्ती, डेकाथलॉन और एक डम्बल इवेंट खेलों को भी पहली बार शामिल किया गया था।
कार से मैराथन
अमेरिका के थॉमस हिक्स ने हमवतन फ्रेड लोर्ज़ को अयोग्य घोषित करने के बाद मैराथन जीती। लोर्ज़ ने दौड़ की इस प्रतियोगिता का 40 किलोमीटर का एक बड़ा हिस्सा गाड़ी से कवर किया था, और मैराथन खत्म होने से ठीक पहले बाहर आ गए थे। फिर दूसरे प्रतिभागियों के साथ दौड़ना शुरू कर दिया। इसलिए उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया।
यादगार चैंपियंस
मिल्वौकी उल्का(Milwaukee Meteor) के नाम से मशहूर अमेरीकी एथलीट आर्ची हैनो ने 60m,100m और 200m इवेट्स में गोल्ड मेडल अपने नाम किए। 200m में उन्होंने 21.6 सेकंड का समय निकालकर एक ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया जो 28 वर्षों तक कायम रहा।
इसके अलावा अमेरिकी जिम्नास्ट जॉर्ज आइजर ने छह पदक जीते। वो भी तब जब उनका बायां पैर लकड़ी का बना हुआ था।
मेडल टेली
भारत ने 1904 के सेंट लुईस ओलंपिक में हिस्सा नहीं लिया था।