CWG 2018: भारत का जलवा कायम, शिवलिंगम ने दिलाया तीसरा गोल्ड
CWG 2018: भारत का जलवा कायम, शिवलिंगम ने दिलाया तीसरा गोल्ड
डिजिटल डेस्क, गोल्ड कोस्ट । ऑस्ट्रेलिया में चल रहे 21वें कॉमनवेल्थ खेलों में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में तीसरे दिन भी भारत का जलवा कायम है। वेटलिफ्टर सतीश कुमार शिवलिंगम ने भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता। सतीश ने ये मेडल 77 किलोग्राम वर्ग में जीता है। भारत की खाते में अबतक तीन गोल्ड मेडल सहिल पांच मेडल आ चुके हैं, गौर करने वाली बात यह है कि ये सारे मेडल वेटलिफ्टिंग में आए हैं।
सतीश ने स्नैच में 144 का सर्वश्रेष्ठ भार उठाया। जबकि क्लीन एंड जर्क में 173 का सर्वश्रेष्ठ भार उठाया। कुल मिलाकर सतीश का स्कोर 317 रहा। सिल्वर मेडल इंग्लैंड के जैक ओलिवर के नाम रहा, जैक ने 312 का कुल स्कोर किया। वहीं ब्रॉन्ज पदक पर आस्ट्रेलिया के फ्रांकोइस इटुउंडी ने 305 के कुल स्कोर के साथ कब्जा जमाया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने खिलाड़ियों को ट्वीट कर बधाई दी है। राष्ट्रपति ने में ट्वीट लिखा, "तीसरे दिन भी वेटलिफ्टर्स ने देश को गौरवान्वित किया।सतीश कुमार शिवलिंगम को 77 किलोग्राम कैटेगरी में गोल्ड जीतने पर बधाई।
Weightlifters continue to make us proud on Day3 at #GC2018. Congratulations to Sathish Kumar Sivalingam for bagging the Gold in Men"s 77Kg #PresidentKovind
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 7, 2018
संजीता चानू जीता था दूसरा गोल्ड मेडल
शुक्रवार को कॉमनवेल्थ गेम्स में वेटलिफ्टर संजीता चानू ने 53 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर देशवासियों को सुबह-सुबह शानदार तोहफा दिया। ये भारत का दूसरा गोल्ड और कुल मिलाकर तीसरा गोल्ड था।
24 साल की संजीता ने दिलाया गोल्ड
24 साल की वेटलिफ्टर संजीता चानू ने 53 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स में दूसरा गोल्ड मेडल जिताया। संजीता ने स्नैच के तीन प्रयासों में 81, 83 और 84 किलोग्राम का वजन उठाया और ‘क्लीन एंड जर्क’ के शुरुआती दो प्रयासों में 104 और 108 किलोग्राम का वजन उठाया, तीसरी बार में संजीता ने 112 किलोग्राम उठाने का प्रयास किया था जिसमें वो सफल नहीं हो पाईं। इसके बावजूद उन्होंने पपुआ न्यूगिनी की खिलाड़ी को 10 किलोग्राम के अंतर से हराया। "स्नैच" में भार को बिना कंधों पर टिकाए सीधे सिर के ऊपर उठाना होता है, जबकि "क्लीन एंड जर्क" में भार को सिर के ऊपर उठाने से पहले कंधे पर टिकाना होता है।
मीरा बाई चानू ने भारत को पहले ही दिन दिलाया गोल्ड
कामनवेल्थ गेम्स में भारत की स्वर्णिम शुरुआत होते ही भारोत्तोलन में वर्ल्ड चैंपियन मीरा बाई चानू ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के खाते में पहला स्वर्ण पदक डाल दिया था। चानू ने महिलाओं के 48किलोग्राम में भारत को पदक जितवाया। चानू ने 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म करते हुए शुरुआत से ही बाकी प्रतिद्वन्दियों पर अपना दबदबा बनाए रखा।
बता दें कि मीरा बाई चानू ने अपने पहले ही प्रयास में 80 किलोग्राम वजन उठाकर कॉमनवेल्थ गेम्स का रिकॉर्ड बनाया, जिसके बाद उन्होंने 86 किलोग्राम वजन दो बार उठाकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। पिछला रिकॉर्ड 77 किलोग्राम का था जो कि अगस्तानिया ने बनाया था। चानू ने क्लीन एंड जर्क में 110 स्कोर करते हुए कुल 196 स्कोर के साथ स्वर्ण अपने नाम किया। स्नैच और क्लीन एंड जर्क दोनों में चानू का ये व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।