CWG 2018: ड्रेस पर नहीं था राष्ट्रीय चिन्ह, भारतीय जिमनास्टिक टीम की फजीहत
CWG 2018: ड्रेस पर नहीं था राष्ट्रीय चिन्ह, भारतीय जिमनास्टिक टीम की फजीहत
डिजिटल डेस्क, गोल्ड कोस्ट । गोल्ड कोस्ट में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारत की जिमनास्टिक टीम को शर्मिंदगी उठानी पड़ी है और ये सब हुआ है उनकी ड्रेस से राष्ट्रीय प्रतीक के गायब होने की वजह से। ड्रेस से राष्ट्रीय प्रतीक गायब मिलने के कारण जिमनास्टिक टीम के कुछ प्वाइंट काट लिए गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय खेल नियमों के मुताबिक हर खिलाड़ी की ड्रेस पर उसके देश का राष्ट्रीय चिन्ह होना चाहिए।
सजा के तौर पर कटे प्वाइंट
भारतीय जिमनास्टिक्स टीम की खिलाड़ियों अरुणा बुद्धा रेड्डी, प्रानीति नायक और प्रानीति दास के पहनावे पर से राष्ट्रीय प्रतीक गायब मिला जिसके कारण उनके कुछ प्वाइंट्स सजा के तौर पर काटे गए हैं। इससे पहले भी जिमनास्टिक टीम को पेनाल्टी का सामना करना पड़ चुका है, शुक्रवार को वूमेंस टीम फाइनल के दौरान जिमनास्टिक्स टीम को एक-जैसी जिमनास्टिक ड्रेस नहीं पहनने के कारण भी पेनल्टी झेलनी पड़ी थी।
कोच बिश्वेशनर नंदी ने जताई निराशा
भारत की मशहूर जिमनास्टिक खिलाड़ी दीपा करमाकर के कोच बिश्वेशनर नंदी ने इस घटना के बाद कहा है कि अन्तर्राष्ट्रीय इवेंट के दौरान इतनी बड़ी गलती होना बेहद चौंकाने वाला है। आपको बता दें कि इससे पहले जिमनास्टिक टीम के सलेक्शन को लेकर भी काफी हंगामा हुआ था और कॉमनवेल्थ के लिए जाने के आखिरी समय तक जिमनास्टिक टीम का सिलेक्शन नहीं हो पाया था। बाद में जब इंटरनेशनल जिमनास्टिक फेडरेशन ने इसमें दखल दिया था तब कहीं जाकर भारतीय टीम का सिलेक्शन हुआ था और फिर टीम गोल्ड कोस्ट रवाना हुई थी। जिससे साफ है कि आनन फानन में हुए फैसलों के चलते ये गलती हुई है और अब टीम के खिलाड़ियों को इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है।
शुरूआत में डोपिंग के चलते हुई थी किरकिरी
गोल्ड कोस्ट में कॉमनवेल्थ गेम्स की शुरुआत से पहले भारतीय दल के कमरों के बाहर कथित रुप से निडील (सिरिंज) मिलने के चलते भी काफी बवाल हुआ था और भारतीय खिलाड़ियों को डोप टेस्ट का सामना करना पड़ा था।