CWG 2018: हिना सिद्धू ने दिलाया 11वां गोल्ड, 20 हुई भारत के पदकों की संख्या
CWG 2018: हिना सिद्धू ने दिलाया 11वां गोल्ड, 20 हुई भारत के पदकों की संख्या
- मंगलवार को शूटर हिना सिद्धू ने 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर भारत के पदकों का खाता खोला।
- 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में हिना सिद्धू का ये दूसरा पदक है।
- हिना सिद्धू के गोल्ड मेडल जीतते ही भारत के पदकों की संख्या 20 हो गई है जिसमें 11 गोल्ड
- 4 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं।
- हिना सिद्धू ने 25 मीटर पिस्टल इवेंट में गोल्ड पर निशाना साधा और भारत की 11वां गोल्ड मेडल दिलाया।
डिजिटल डेस्क, गोल्ड कोस्ट। एक और बेटी ने भारत का मान बढ़ाया है। मंगलवार को शूटर हिना सिद्धू ने 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर भारत के पदकों का खाता खोला। हिना सिद्धू ने 25 मीटर पिस्टल इवेंट में गोल्ड पर निशाना साधा और भारत की 11वां गोल्ड मेडल दिलाया। हिना ने फाइनल में गोल्ड पर निशाना लगाया तो वहीं हमवतन अनुराज सिंह मेडल हासिल करने से चूक गईं। फाइनल में अनुराज सिंह छठे नंबर पर रहीं।
पहले सिल्वर अब गोल्ड
21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में हिना सिद्धू का ये दूसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल हासिल किया था। 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में हीना को भारत की मनु भाकेर के हाथों शिकस्त मिली थी और उन्हें सिल्वर मेडल से संतुष्ट होना पड़ा था।
20 पदकों के साथ भारत टॉप-3 में
हिना सिद्धू के गोल्ड मेडल जीतते ही भारत के पदकों की संख्या 20 हो गई है जिसमें 11 गोल्ड, 4 सिल्डर औ 5 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। भारत मेडल तालिका में तीसरे नंबर पर बरकरार है।
गगन नारंग-चैनी सिह ने किया निराश
मंगलवार की सुबह भारतीय निशानेबाजों के लिए ठीक नहीं रही थी और भारत के गगन नारंग और चैनी सिंह मेडल पर निशाना लगाने से चूक गए थे। पुरुषों के 50 मीटर राइफल प्रोन इवेंट के फाइनल में भारत के गगन नारंग सातवें नंबर पर रहे थे और मेडल की रेस से बाहर हो गए थे। पुरुषों के 50 मीटर राइफल प्रोन इवेंट के फाइनल में शूटर गगन नारंग 142.3 अंकों के साथ सातवें स्थान पर रहे, जबकि चैन सिंह 204.8 का स्कोर कर चौथे स्थान पर आए। 50 मीटर राइफल प्रोन इवेंट का गोल्ड मेडल वेल्स के डेविड फेल्प्स ने हासिल किया उन्होंने 248.8 अंक हासिल करते हुए राष्ट्रमंडल खेलों का रिकॉर्ड भी तोड़ा। स्कॉटलैंड के नील स्टिरटोन 247.7 अंक के साथ सिल्वर मेडल और इंग्लैंड के केनेथ पार 226.6 अंक लेकर कांस्य पदक जीतने में सफल रहे। भारत को गगन नारंग और चैनी सिंह से पदक की उम्मीद थी ।