CWG 2018: 'नो नीडल्स' के मामले में 2 एथलीट स्वदेश लौटेंगे
CWG 2018: 'नो नीडल्स' के मामले में 2 एथलीट स्वदेश लौटेंगे
डिजिटिल डेस्क, गोल्ड कोस्ट। कॉमनवेल्थ गेम्स में ‘नो नीडल पालिसी’ का उल्लंघन करने के मामले में खेलों से बाहर हुए दोनों भारतीय एथलीटों पर एएफआई जांच के बाद प्रतिबंधित कार्रवाई करेगा। रेसवाकर केटी इरफान और त्रिकूद खिलाड़ी वी राकेश बाबू को कॉमनवेल्थ गेम्स से बाहर कर स्वदेश लौटने को कहा गया है। खेलगांव में दोनों खिलाड़ियों के कमरों के बाहर सुइयां (नीडल) मिली थीं और राष्ट्रमंडल खेल महासंघ अदालत के सामने वो नीडल मिलने का कारण स्पष्ट नहीं कर पाए। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ अदालत ने उनकी दलील को अविश्वनीय और कपटपूर्ण बताया है और उन्हें स्वदेश लौटने को कहा। दोनों खिलाड़ी पूछताछ के दौरान खुद को निर्दोष बताते रहे।
मामले पर भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के सचिव सी के वाल्सन ने कहा है कि ये हमारे लिए शर्मिंदगी की बात है। खेल पूरे होने के बाद मामले की जांच की जाएगी और एक समिति का गठन किया जाएगा। वाल्सन ने कहा कि खिलाडिय़ों का कहना है कि वो बेकसूर हैं और उन्होंने पटियाला में खेलों के लिए रवाना होने से पहले शायद अपने बैग अच्छी तरह से चेक नहीं किए थे और गलती से सुई उनके बैग में रह गई थी, जब वो गोल्ड कोस्ट पहुंचे तो उन्होंने बैग में सुई मिलने के बाद उन्हें उसे कप में रख दिया था ।
विल्सन ने कहा कि हम खिलाड़ियों के दावों की भी जांच करेंगे कि उनमें कितनी सच्चाई है। डोपिंग का कोई मसला नहीं है ।दोनों के टेस्ट निगेटिव थे, लेकिन हमारे लिए ये जानना बेहद जरुरी है कि आखिर इतनी बार बताए जाने के बाद भी इतनी बड़ी गलती कैसे हुई।
नीडल मिलने पर हुआ था बवाल
कॉमनवेल्थ गेम्स शुरु होने से पहले भारतीय खिलाड़ियों के कमरों के बाहर से नीडल (सुईयां) मिली थी जिसके बाद भारतीय दल को इसके लिए काफी कुछ सहना पड़ा था। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने मामले को गंभीरता से लिया था और हर भारतीय खिलाड़ी के डोप टेस्ट के आदेश दिए थे।