फुटबाल को लेकर काफी गंभीर हैं छेत्री : सहायक कोच
फुटबाल को लेकर काफी गंभीर हैं छेत्री : सहायक कोच
- वेंकटेश की कप्तानी में ही छेत्री ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी
- भारतीय फुटबाल टीम के सहायक कोच शनमुगम वेंकटेश ने कप्तान सुनील छेत्री के करियर में कई भूमिकाएं निभाई हैं
नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय फुटबाल टीम के सहायक कोच शनमुगम वेंकटेश ने कप्तान सुनील छेत्री के करियर में कई भूमिकाएं निभाई हैं। वेंकटेश की कप्तानी में ही छेत्री ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। शनिवार को छेत्री का जन्मदिन है और इस मौके पर वेंकटेश ने उनके साथ बिताए पलों को याद किया और कहा कि छेत्री बहुत मजाक करते हैं, लेकिन खेल को लेकर वह बहुत गंभीर हैं।
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) ने वेंकटेश के हवाले से बताया, छेत्री जब नए-नए टीम में आए थे तब वह बहुत बात करते थे, लेकिन वह हमेशा से अपने काम को लेकर बहुत गंभीर हैं। जब वह जूनियर खिलाड़ी थे, तब भी हम उनका और अन्य खिलाड़ियों का सम्मान करते थे। एक सीनियर खिलाड़ी के रूप में आपको युवाओं का सम्मान करना होता है, क्योंकि यह उनको बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है।
वेंकटेश की कप्तानी में ही 2005 ही छेत्री ने पाकिस्तान के खिलाफ राष्ट्रीय टीम के लिए अपना पहला मैच खेला था। उन्होंने कहा, मुझे याद हैं कि उस सीरीज के लिए हमारी टीम में कई नियमित खिलाड़ी नहीं खेल रहे थे और इसी कारण से सुनील को मौका मिला। हम पाकिस्तान में खेल रहे थे, इसलिए हम पर अधिक दबाव था। मुझे याद है कि सुनील ने शानदार डेब्यू किया था। उन्होंने एक गोल भी दागा था जिसने यह दर्शाया था कि आने वाले समय में चीजें कैसी होंगी।
छेत्री में आए बदलावों पर वेंकटेश ने कहा, मैं पिछले चार वर्षो से कोच हूं, मैंने सुनील का एकदम अलग चेहरा देखा है। जब हम साथ खेलते थे तब रूटीन अलग तरीके का होता था। अब हम चीजों पर अच्छी से चर्चा करते हैं। उन्हें खेल के बारे में अच्छा ज्ञान है और मैंने हमेशा उनसे राय और सुझाव मांगे हैं।
वेंकटेश ने कहा, कोच बनने के बाद मैंने उनकी गंभीरता और एकाग्रता के स्तर को देखा। एक खिलाड़ी कैम्प के बीच में आसानी से अपनी एकाग्रता खो देता है, लेकिन मैंने सुनील के साथ ऐसा होते हुए नहीं देखा है।