कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट: विश्व चैंपियनशिप खिताब के सबसे युवा चैलेंजर बने डी गुकेश, तोड़ा 40 साल पुराना रिकॉर्ड, 'द लाइटनिंग किड' ने दी बधाई

  • सबसे युवा चैलेंजर बने डी गुकेश
  • तोड़ा 40 साल पुराना रिकॉर्ड
  • स्वामीनाथन आनंद ने दी बधाई

Bhaskar Hindi
Update: 2024-04-22 11:35 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत के सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर नया इतिहास रच दिया है। कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट जीतने के साथ ही वह विश्व चैंपियनशिप खिताब के सबसे युवा चैलेंजर बन गए हैं। इसी के साथ उन्होंने पूर्व विश्व शतरंज चैंपियन गैरी कास्पोरोव के 40 साल पुराने रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है। सबसे युवा चैलेंजर बनने का रिकॉर्ड इससे पहले रूसी चेस प्लेयर गैरी कास्पोरोव के नाम था।

विश्व चैंपियन के चैलेंजर का निर्धारण करने वाले इस टूर्नामेंट में डी गुकेश ने जीत हासिल किया है। इस टूर्नामेंट में गुकेश ने 14 में से 9 अंक प्राप्त किए। उन्होंने अपने फाइनल राउंड में अमेरिकी ग्रैंडमास्टर हिकारू नाकामूरा के साथ ड्रॉ खेला। इससे पहले वाले राउंड में गुकेश ने फ्रांस के ग्रैंडमास्टर अलीरेजा फिरोजा को हराकर 8.5 अंक हासिल कर लिए थे।

डिंग लिरेन से फाइनल्स में टक्कर

कैंडीडेट्स टूर्नामेंट जीतने के बाद अब गुकेश का मुकाबला चीन के मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन से इस साल के अंत तक होगा। हालांकि, यह मुकाबला कब और कहां होगा इसकी अभी तक कोई अधिकारिक सूचना नहीं मिली है।

गुकेश ने जीत पर जताई खुशी

कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतकर डी गुकेश अपनी उपलब्धि से काफी खुश हैं। टूर्नामेंट में अपनी जीत पर बाक करते हुए उन्होंने कहा, "बहुत खुशी हो रही है और साथ ही राहत महसूस कर रहा हूं। मैं फेबियानो और इयान के बीच खेले गए उस रोमांचक मैच को देख रहा था जिसके बाद टहलने चला गया जिससे मदद मिली।" आपको बता दें कि कैंडिडेट्स चेस टूर्नामेंट की कुल ईनामी राशि 5 लाख यूरो ( 4 करोड़ 44 लाख रुपये) थी। गुकेश को 88,500 (78.5 लाख रुपये) यूरो इनाम के तौर पर मिले।

'लाइटनिंग किड' ने दी बधाई

इस ऐतिहासिक जीत के बाद पांच बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुके और 'द लाइटनिंग किड' नाम से मशहूर विश्वनाथन आनंद ने गुकेश को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बधाई दी है। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, "डी गुकेश को सबसे युवा चैलेंजर बनने पर बधाई। आपकी उपलब्धि पर हम सभी को गर्व है। निजी तौर पर मुझे आप पर बहुत गर्व हो रहा है खास तौर पर आपने जिस तरह से खेला और मुश्किल हालातों को हैंडल किया। इस पल का भरपूर आनंद लो।"

कौन हैं डी गुकेश?

डी गुकेश का जन्म 29 मई 2006 को तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ था। उनके पिता एक ईएनटी सर्जन हैं और उनकी मां माईक्रो बायोलॉजिस्ट हैं। गुकेश ने महज 7 साल की उम्र से चेस खेलना शुरु कर दिया था। उन्होंने 2015 में अंडर-9 श्रेणी में एशियन स्कूल चैंपियनशिप खिताब जीता था। इसके अलावा उन्होंने मार्च 2018 में एशिआई यूथ शतरंज चैंपियनशिप में 5 स्वर्ण पदक जीते थे। गुकेश महज 12 साल, 7 महिने और 17 दिनों के थे जब उन्होंने ग्रैंडमास्टर का खिताब जीता था।

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