सदन या संगठन: लोकसभा में राहुल गांधी क्यों नहीं बनना चाहते नेता प्रतिपक्ष! जानिए कांग्रेस के पास प्रस्ताव को क्यों ठुकरा रहें है पूर्व अध्यक्ष

  • संगठन को मजबूत करना चाहते है राहुल
  • कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में तय हुआ था नाम
  • प्रतिपक्ष बनने की रेस में कांग्रेस के कई नेताओं के नाम

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-14 09:41 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष नहीं बनना चाहते हैं। जबकि पार्टी के तमाम नेता उन्हें निम्न सदन में नेता प्रतिपक्ष बनाने के मूड़ में है। आपका बता दें हाल ही में दिल्ली में आयोजित हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने पर प्रस्ताव पास हुआ था। लेकिन अभी तक सांसद राहुल गांधी ने हामी नहीं भरी है। ना ही कोई जवाब दिया है। राहुल की खामोशी को कांग्रेस के लिए बड़ा कदम माना जा रहा है।

सूत्रों के हवाले से एबीपी न्यूज़ ने लिखा है कि राहुल गांधी फिलहाल पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने पर फोकस करना चाहते हैं। खबरों के मुताबिक यदि राहुल गांधी लोकसभा में विपक्ष के नेता नहीं बनते हैं तो कई नेताओं के नाम नेता प्रतिपक्ष बनने की रेस में है। जिनमें प्रमुखता से केसी वेणुगोपाल, गौरव गोगोई, मनीष तिवारी, शशि थरूर और कुमारी शैलजा के नाम शामिल है। कुमारी शैलजा नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ में सबसे पीछे मानी जा रही हैं। इसके पीछे की वजह राज्यसभा में पहले से ही दलित समाज से आने वाले और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हालांकि अब ये देखना होगा कि किस कांग्रेस नेता के चेहरें पर नेता प्रतिपक्ष बनने कि मोहर लग सकती हैं।

किस कांग्रेस नेता ने क्या कहा?

कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के बाद गौरव गोगोई ने कहा जब भी कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी से कुछ अपेक्षा की है, उन्होंने पार्टी की ख्वाहिश पूरी की है। आज कांग्रेस पार्टी उनसे गुजारिश करती है कि वो देश की आवाज सदन में उठाएं। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कांग्रेस कार्य समिति ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राहुल गांधी से लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद स्वीकार करने का अनुरोध किया। उन्होंने जवाब दिया कि वह इस बारे में सोचेंगे।

पार्टी का क्या मानना है?

कांग्रेस के कई नेता राहुल गांधी को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। पार्टी के नेताओं का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आंखों में आंखें डालकर राहुल गांधी ही बात कर सकते हैं। ऐसा होने से कांग्रेस को फायदा होगा। पूरे भारत की यात्रा कर चुके गांधी सदन में बार बार पीएम मोदी पर निशाना साधकर भारतीय नागरिकों की ओर से उठाई गई समस्याओं  के बारे में पूछ सकते है। 

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