लोकसभा चुनाव 2024: 'चुनावी बॉन्ड के जरिए देश को लूटा गया', केंद्र सरकार पर भड़के पूर्व सीएम अशोक गहलोत
- केंद्र सरकार पर हमलावर अशोक गहलोत
- विपक्षी नेताओं पर हो रही ईडी की कार्रवाई को लेकर उठाए सवाल
- बीजेपी को बताया महा भ्रष्ट पार्टी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। 19 अप्रैल से शुरू होने वाले इस महामुकाबले के लिए सभी दल ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। सीट शेयरिंग से लेकर कैंडिडेट के चयन तक सभी रणनीतियों पर सोच विचार किया जा रहा है। इस बीच राजस्थान के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत ने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश की खराब स्थिति है उसके दो कारण हैं। एक ओर जहां इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए देश को लूटा गया है तो वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों के दो-दो सीएम जेल में बंद हैं।
राजस्थान के पूर्व सीएम ने इलेक्टोरल बॉन्ड मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से इतना ज्यादा भ्रष्टाचार किया गया कि देश की वित्त मंत्री के पति को तक यह कहना पड़ा कि यह दुनिया का सबसे बड़ा स्कैम है। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'सरकार ने जो कार्रवाई की है, दो-दो मुख्यमंत्री जेल में हैं। चुनावी बॉन्ड के माध्यम से देश को लूटा लिया है। ईडी भेजो और 100 करोड़, 50 करोड़ रुपये ले लो। यह बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है।'
भ्रष्ट नेताओं के लिए बीजेपी की वॉशिंग मशीन
गहलोत ने आगे कहा कि बीजेपी सबसे बड़ी भ्रष्ट पार्टी है। इसकी सरकार ने देश को लूट लिया है। ईडी को भेज लोगों को डराया-धमकाया जा रहा है और इस तरह अब तक 8500 करोड़ रुपये इकट्ठा कर लिए गए हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, 'जो नेता कांग्रेस में भ्रष्ट माने जाते थे, उनके लिए बीजेपी की 'वॉशिंग मशीन' लगी हुई है। वहां जाकर सब ठीक हो जाते हैं।'
जवाब दें पीएम मोदी
गहलोत ने विपक्षी नेताओं पर ईडी की लगातार हो रही कार्रवाई को लेकर पीएम मोदी को घेरा। उन्होंने कहा, 'ईडी को भेज कर पैसा इकठ्ठा करने का आंकड़ा सामने आ गया। जो कंपनी घाटे में चल रही है वो 50 करोड़ दे रही है। 10 करोड़ का मुनाफा कमाने वाली कंपनी 100 करोड़ दे रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जवाब देना चाहिए कि इसके मायने क्या हुए।'
वहीं कांग्रेस के बैंक अकाउंट फ्रीज किए जाने पर नाराजगी जताते हुए गहलोत ने कहा, 'अमेरिका, जर्मनी और संयुक्त राष्ट्र संघ को भी हम पर टिप्पणी करने की नौबत आ गई। पूरी दुनिया को लग रहा है कि इस बार चुनाव निष्पक्ष होंगे या नहीं होंगे।' उन्होंने आगे कहा, 'अगर संयुक्त राष्ट्र कह रहा कि यह क्या तमाशा हो रहा है। आप किसी राजनीतिक दल के खाते पर रोक लगा दो, तो चुनाव कैसे लड़ेंगे वो। लोकतंत्र है सबको छूट होनी चाहिए।'