चुनावी रणनीति: पीडीए फॉर्मूले से एनडीए को चुनावी पटकनी देने की तैयारी में सपा
- घोसी विधानसभा उपचुनाव में सपा की जीत
- जीत से समाजवादी पार्टी में उत्साह
- एनडीए बनान पीडीए की प्लानिंग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश की घोसी विधानसभा पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने जीत कर पूर्वांचल में जीत का फॉर्मूला ढूंढ लिया है। जीत के बाद सपा चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पीडीए सूत्र की चर्चा तेज होने लगी है। दरअसल अखिलेश ने एनडीए पर जीत दर्ज करने के लिए पीडीए का फॉर्मूला दिया था। पीडीए यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक। अखिलेश का मानना है कि यूपी में पीडीए का अधिक शोषण हो रहा है। और इनके बिना जीता नहीं जा सकता । जीतने में अखिलेश की इस रणनीति ने कामयाबी दिलाई।
सपा ने इस बार पिछड़ा, दलित और मुस्लिम बहुल घोसी में राजपूत बिरादरी से आने वाले सुधाकर सिंह को चुनावी मैदान में उतारा था। सुधाकर के प्रचार में अखिलेश ने पिछड़े, दलित और मुस्लिम नेताओं को कमान दे रखी थी। सपा की यह प्लानिंग काम आई साथ ही सपा ने बीजेपी के कोर वोटबैंक सवर्ण में भी सेंध लगा दी थी।
क्या है अखिलेश का पीडीए फॉर्मूला ?
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक कार्यक्रम में पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) का जिक्र किया था। अखिलेश ने कहा था सपा इन्हें साथ लेकर चुनाव लड़ेगी। सपा ने इसके बाद ‘एनडीए को हराएगा पीडीए’ का नारा भी दिया था। सपा 2024 के चुनाव में सवर्ण उम्मीदवार को उतारकर पीडीए समीकरण को पूर्वांचल की कई सीटों पर लागू कर सकती है। इसके जरिए सपा बीजेपी के कोर वोटबैंक सवर्ण में भी सेंध लगा सकती है।