इस वजह से सुप्रिया सुले से 'रेस' हारे अजित पवार! शरद पवार ने इस नेता को भी सौंपी खास पावर
- अजित पवार को बड़ा झटका मिला
- सुनील तरकटे को राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया
डिजिटल डेस्क,मुंबई। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शनिवार (10 जून) को पार्टी के 25वें स्थापना दिवस के मौके पर सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा की है। साथ ही संगठन के नए पदाधिकारियों के नाम का भी ऐलान किया है।
अजित पवार को बड़ा झटका
शरद पवार के इस फैसले से एनसीपी के नेता अजित पवार को बड़ा झटका मिला है क्योंकि अजित पवार ने कई मौकों पर खुद को ही शरद पवार के उत्तराधिकारी दिखाने का प्रयास किया था। यही नहीं शरद पवार के भतीजे होने के कारण ही अजित को ही शरद पवार के उत्ताराधिकारी के तौर पर देखा जाता था। लेकिन बीते कुछ दिनों से दोनों ही नेताओं के बीच कुछ दिनों से ही सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था हालांकि अजित पवार इन सभी बातों को लेकर हमेशा ही इनकार करते रहे हैं।
बगावत करना पड़ा भारी
अजित पवार को लेकर राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भले ही वह अभी महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। लेकिन उन्होंने शरद पवार के विश्वास को अपने ही पूर्व में उठाए गए कदमों के चलते खो दिया है। दरअसल अजित पवार ने कई बार पार्टी लाइन से हटकर कदम उठाने का काम किया है लेकिन शरद पवार ने उनके मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया। साल 2019 में अजित पवार ने जब देवेन्द्र फडणवीस के साथ मिलकर सरकार बनाने का प्लान बनाया था तब भी उस प्लान को शरद पवार ने ही तीन दिन में फेल कर दिया था। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के कहने पर विधायक एकजुट हो गए थे। वहीं गिन-चुने विधायक ही अजित के साथ खड़े थे।
किसे क्या मिली जिम्मेदारी?
सुप्रीया सुल और प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष के साथ ही अन्य जिम्मेदारी भी दी गई है। सुप्रिया सुले को कार्यकारी अध्यक्ष के साथ ही महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, महिला, युवा और लोकसभा समन्वय की भी जिम्मेदारी दी गई है। प्रफुल्ल पटेल को कार्यकारी अध्यक्ष के साथ ही मध्य प्रदेश, राजस्थान और गोवा की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं एनसीपी नेता सुनील तरकटे को राष्ट्रीय महामंत्री बनाया गया है।