किसान-खाप पंचायत के साथ मिलकर लड़ाई लड़ने की तैयारी, पहलवान अब बुलाएंगे महापंचायत
सरकार इसका सीधा फायदा उठा रही है।
डिजिटल डेस्क,दिल्ली। बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आवाज उठा रहे पहलवान अब अपनी लड़ाई को जीतने के लिए नई रणनीति बना रहे हैं। पहलवानों को इस मामले में कई लोगों का समर्थन भी मिल रहा है। रविवार (4 जून) को हरियाणा के सोनीपत की गोहाना तहसील के मुंडलाना गांव में पहलवानों के समर्थन में एक सर्वजातीय पंचायत हुई। इसमें जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के अध्यक्ष जयंत चौधरी, ओलंपिक पदक विजेता पहलवान बजरंग पूनिया, किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी सहित कई लोग उपस्थित रहे।
सर्वजातीय पंचायत में पहलवानों को न्यान दिलाने सहित उनके प्रदर्शन से जुड़े कई मुद्दों को लेकर बातचीत हुई। बातचीत को दौरान दौरान पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा, "हमें एक साथ मिलकर लड़ने से इस आंदोलन में जीत मिलेगी। हम नहीं चाहते कि हर रोज पंचायतें कराई जाएं क्योंकि अलग-अलग पंचायत करने से हमारी एकता नहीं दिख रही है और सरकार इसका सीधा फायदा उठा रही है."
महापंचायत में लेगें बड़ा फैसला
बजरंग पूनिया ने आगे अपनी बात रखते हुए महापंचायत बुलाने और ज्यादा लोगों को इस महापंचायत में जुड़ने की अपील की बात कही। उन्होंने कहा "आप लोगों ने 28 मई को आने की कोशिश की लेकिन आप नहीं आ पाए और पुलिस ने आपको रोका। अलग-अलग होकर जीत नहीं पाएंगे। सभी संगठन एक हो जाएं। हम एक महापंचायत रखेंगे। उसमें बड़ा फैसला करेंगे। तीन-चार दिन में पहलवानों की पंचायत की जगह और समय आपको बता दिया जाएगा।"
वहीं, पूर्व राज्यपाल मलिक ने सर्वजातीय पंचायत में कहा, "जब जंतर-मंतर पर दिल्ली पुलिस बेटियों को घसीट रही थी तब उनका खून खौल रहा था। इसलिए अब उन्होंने फैसला ले लिया है कि वह अलग-अलग राज्यों में जनता के बीच जाकर लोगों को जागरूक करेंगे और पहलवानों का साथ देने के लिए कहेंगे।" उन्होंने आगे कहा कि ये बेटियों के सम्मान का सवाल है। मोदी सरकार को इस मामले में कड़ा कदम उठाना चाहिए।