जब अनुभवी सदस्य चले जाते हैं तो सदन को नुकसान होता है

पीएम मोदी जब अनुभवी सदस्य चले जाते हैं तो सदन को नुकसान होता है

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-31 10:01 GMT
जब अनुभवी सदस्य चले जाते हैं तो सदन को नुकसान होता है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा के सभी सेवानिवृत्त सदस्यों के योगदान की सराहना की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने सेवानिवृत्त होने वाले सदस्यों के अनुभव के मूल्य का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके जाने से शेष सदस्यों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है क्योंकि उन्हें निवर्तमान सदस्यों की विरासत को आगे बढ़ाना होता है। उन्होंने कहा कि सदन देश के सभी हिस्सों की भावनाओं, दर्द और उत्साह को दर्शाता है। पीएम मोदी ने कहा यह सच है कि एक सदस्य के रूप में हम सदन में बहुत योगदान देते हैं लेकिन यह भी सच है कि सदन भी हमें बहुत कुछ देता है।

कभी-कभी अकादमिक ज्ञान की कई सीमाएं होती हैं, यह संगोष्ठियों में उपयोगी होता है, लेकिन अनुभव से प्राप्त होने वाला ज्ञान समस्याओं को हल करने के सरल समाधान होते हैं। यह अनुभव को नयेपन के साथ मिलाता है और इस अर्थ में अनुभव का अपना एक बड़ा महत्व है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कुछ सदस्य सदन से सेवानिवृत्त हो रहे हैं लेकिन वे अपने समृद्ध अनुभव को देश के कोने-कोने तक ले जाएंगे।

उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सदस्यों को अपनी यादों को भविष्य की पीढ़ियों के लिए उपयोगी संदर्भ के रूप में लिखना चाहिए। सदस्य देश की दिशा को आकार देते हैं और प्रभावित करते हैं, उनकी यादों का उपयोग संस्थागत तरीके से देश के विकास के लिए किया जा सकता है। मोदी ने सेवानिवृत्त सदस्यों से आजादी का अमृत महोत्सव के जश्न में लोगों को प्रेरित करने का भी अनुरोध किया। आजादी के 75 साल हो चुके हैं। हमारे महापुरुषों ने देश के लिए बहुत कुछ दिया है, अब उन्हें वापस देना हमारी जिम्मेदारी है।

(आईएएनएस)

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