आरएसएस व पीएफआई को लेकर क्या कह गए दिग्विजय सिंह? भारत जोड़ो यात्रा पर कही ये बात
दिग्विजय ने फिर आरएसएस को घेरा आरएसएस व पीएफआई को लेकर क्या कह गए दिग्विजय सिंह? भारत जोड़ो यात्रा पर कही ये बात
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। ग्वालियर में शनिवार को फिर से उन्होंने आरएसएस व संघ प्रमुख मोहन भागवत पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि मोहन भागवत को पहली बार बधाई दी है और यह बधाई इसलिए है क्योंकि उन्होंने अपनी लीक से हटकर मदरसा व मस्जिद गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो टोपी लगाने से दूर रहते थे। वह अब मदरसा व मस्जिद जा रहे हैं। दिग्विजय ने कहा कि ये भारत जोड़ो यात्रा का असर है, जो महज 15 दिन में दिखाई देने लगा है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 24, 2022
पीएम मोदी के नारे पर उठाए सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि भारत के संविधान में हर व्यक्ति को समानता का अधिकार दिया गया है। पीएम मोदी ने भी इस बात की शपथ ली थी और उनका नारा है सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास लेकिन ऐसा दिखाई नहीं दे रहा है।
मोहन भागवत से की मांग
दिग्विजय सिंह ने कहा है कि अगर आएसएस प्रमुख मोहन भागवत को भरोसा दिलाना चाहते हैं तो सबसे पहले अखलाख के घर जाएं, मॉब लिचिंग का शिकार हुए थे। साथ ही बिलकिस बानो के घर भी जाएं। जिनका रेप किया गया और रेपिस्टों का सम्मान भी किया गया था। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
पीएफआई व आरएसएस पर कह डाली ये बात
दिग्विज सिंह ने आज आरएसएस के साथ पीएफआई को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि ये दोनों एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। जिनका काम है धार्मिक उन्माद फैलाना और हिंसा को बढ़ावा देना। ऐसे सभी संगठनों पर कार्रवाई होनी चाहिए। हालांकि, बताया जा रहा है कि दिग्विजय सिंह ने पीएफआई को लेकर पहली बार ऐसा बयान दिया है।
इस वजह से आरएसएस घबराया हुआ है
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि आरएसएस अपनी विचारधारा में बदलाव कर रहा है। अब दशहरे पर होने वाले शस्त्र पूजन में आने वाले हथियारों के लाइसेंस चेक किए जाएं। जिससे संघ घबराया हुआ है और शस्त्र पूजन कार्यक्रम को चेंज कर गांधी जयंती पर कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।