बेरहमी से पीटती यूपी खाकी की पुलिस, सोशल वीडियो पर वायरल हुआ पिटाई का पोस्ट ,गोद में थी बच्ची
खाकी की मनमानी बेरहमी से पीटती यूपी खाकी की पुलिस, सोशल वीडियो पर वायरल हुआ पिटाई का पोस्ट ,गोद में थी बच्ची
- गोद की बच्ची ने कहा पुलिस वाले ने की पिटाई
डिजिटल डेस्क, कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर में एक व्यक्ति की पिटाई का मामला खूब तूल पकड़ता जा रहा है। कानपुर के अकबरपुर इलाके में खाकी के रौंब में एक पुलिस वाला एक शख्स को पीट रहा था। उत्तरप्रदेश में सरकार के सपोर्ट में खाकी अपनी ताकत और सीमा भूलकर लोगों पर कभी गोली से ठाय ठाय करते हुए तो तो कभी लाठी बरसाते हुए दिखाई दे जाती है। चुनावी प्रचार में व्यस्त योगी सरकार की विकास की खातिर आम नागरिकों पर पुलिस से लाठी चलवा सकती है तो कभी सुर्खियों में बने रहने के लिए गोलियों की बरसात करवा सकती है। पुलिस ये भूल गई कि जिस शख्स को वह पीट रही है उसकी गोद में एक बच्ची भी है। गलती से इस पुलिस की लाठी बच्ची को लग जाती तो कहा होता इसका जवाब वह पुलिस वाला और उसकी हिमायती सरकार ही दे सकती है।
दरअसल अकबरपुर थाने के एसएचओ विनोद कुमार मिश्र ने पुनीत शुक्ला को कानून की सभी सीमाओं को तोड़कर बेरहमी से पीटा। हालांकि सोशल मीड़िया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस शुक्ला ने इस मामले की हकीकत को बताया। उनके अनुसार अस्पताल कैंपस में पानी आ रहा था जो अस्पताल परिसर में भर रहा था। जिसकी शिकायत लेकर कुछ लोग मेरे भाई रजनीश शुक्ला के पास आए। मेरे भाई मौके पर पहुंचे। साथ ही मौके पर पुलिस भी पहुंची जिसने वहां पुहंचकर सब को पीटना शुरू कर दिया। पुलिस उन पर लाठी बरसाने लगी। मैं अपने भाई को बचाने लगा तब पुलिस ने मुझ पर लाठीचार्ज कर दिया। और मेरी बेरहमी से पिटाई की। पुलिस को यह भी ख्याल नहीं आ रहा कि मेरी गोद में मेरी बेटी है। मैं पुनीत शुक्ला पुलिस से तमाम प्रार्थना कर रहा था। उन्होंने मेरी बेटी बिट्टो को मेरे से छीन लिया। पुनीत ने कहा उलटा मेरे खिलाफ पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
कानपुर देहात में इस समय जिला अस्पताल के पास में मेडिकल कॉलेज बन रहा है जिसकी खुदाई की जा रही है।इसकी मिट्टी उड़कर अस्पताल में आ रही है। कर्मचारियों ने इसकी शिकायत की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। बाद में लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं हटे बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज मे पुलिस ने वार्डबॉय व कर्मचारी नेता रजनीश शुक्ला को जमकर पीटा। बचाने के लिए आए पुनीत शुक्ला भाई को भी पुलिस ने पकड़ लिया और खूब पिटाई की। जब पुलिस पिटाई कर रही थी उस समय पुनीत की गोद में बेटी भी थी। वहीं पुनीत के भाई रजनीश को पुलिस देर रात अस्पताल ले गई फिर थाने में भी ले गई। रजनीश का कहना है कि पुलिस ने देर रात मुझे बहुत पीटा। सोशल सुर्खियों के चलते पुलिस के फजीहत होते देख डीजीपी मुकुल गोयल ने मामले को संज्ञान में लेते हुए विनोद मिश्र को तत्काल निलंबित कर दिया। मामले की गंभीरता को लेकर समाजवादी पार्टी ने भी योगी सरकार पर हमला करना शुरू कर दिया। सपा का कहना है कि गोद में लिए बच्ची के पिता पर बेरहमी और बर्बरता से पुलिस ने लाठीचार्ज किया। योगी आदित्यनाथ के जंगलराज का सबूत है यह वीडियो। सपा ने कहा दोषी पुलिसकर्मी पर प्रकरण दर्ज कर उसे सजा दिलाई जाए।