तमिलनाडु पावरलूम मालिक टैरिफ बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे
विरोध प्रदर्शन तमिलनाडु पावरलूम मालिक टैरिफ बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे
- सूती धागे की कीमतों में बढ़ोतरी
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। तमिलनाडु पावरलूम ओनर्स एसोसिएशन रविवार से लागू टैरिफ दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ बड़े विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहा है।
सोमनूर पावर लूम यूनिट्स एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष, ई. भूपति ने मीडियाकर्मियों को बताया कि, उद्योग पहले से ही कोविड-19 महामारी प्रेरित लॉकडाउन और सूती धागे की कीमतों में बढ़ोतरी के प्रभाव से जूझ रहा था।
उन्होंने कहा कि बिजली दरों में वृद्धि से उनके व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और कहा कि कोयंबटूर और तिरुपुर में 95 प्रतिशत बिजली करघा इकाइयां काम पर हैं।
तमिलनाडु इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन द्वारा घोषित टैरिफ संशोधन के बाद जॉब वर्किं ग पावर लूम टैरिफ 3अ2 की श्रेणी में आते हैं, जिसमें प्रति यूनिट 70 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। बिजली करघा मालिकों के संघ ने पहले राज्य सरकार और टीएनईआरसी में बढ़ोतरी के खिलाफ याचिका दायर की थी।
तमिलनाडु एसोसिएशन ऑफ कॉटेज एंड माइक्रो एंटरप्राइजेज (टीएसीटी) ने भी आयोग द्वारा सुनवाई के बाद भी बिजली दरों में बढ़ोतरी की घोषणा पर तमिलनाडु विद्युत नियामक आयोग (टीएनईआरसी) के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है। एसोसिएशन ने कहा कि बिजली दरों में बढ़ोतरी से एमएसएमई उद्योग प्रभावित होगा जो कोविड-19 महामारी के बाद धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में आ रहा था।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अंबुमणि रामदास ने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह बढ़ोतरी के खिलाफ राज्यभर में कई आंदोलन करेंगे। पीएमके ने कहा है कि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन या तो बढ़ी हुई टैरिफ दरों को वापस लें या सड़कों पर आंदोलनों का सामना करने के लिए तैयार रहें।
आईएएनएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.