सचिन पायलट ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन व वेणुगोपाल से दिल्ली में की मुलाकात, सियासी अटकलें तेज
कांग्रेस बैठक सचिन पायलट ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन व वेणुगोपाल से दिल्ली में की मुलाकात, सियासी अटकलें तेज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान कांग्रेस इन दिनों अंदरूनी कलह से जूझ रही है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तनातनी की खबर किसी से छिपी नहीं है। अगर इन दोनों नेताओं में से पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से किसी एक की मुलाकात होती है तो अटकलों को हवा मिलना तय है। सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे व केसी वेणुगोपाल के बीच मुलाकात के बाद से राजनीतिक गलियारों में गरमी बढ़ गई है। गौरतलब है कि आज एआईसीसी मुख्यालय में बैठक हुई है। इसी दौरान सचिन पायलट की कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से भी मुलाकात भी हुई है।
सचिन के मुलाकात के मायने?
सचिन पायलट ने मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर राजस्थान की सियासत में हलचल बढ़ा दी है। इस मुलाकात के बाद लोग सवाल भी उठाना शुरू कर दिए हैं कि क्या दिल्ली की ये मुलाकात रंग लाएगी? हालांकि, माना जा रहा है कि यह बैठक राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर हुई है। फिर भी पायलट व खड़गे के बीच मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। राजस्था में पायलट गुट कैंप लगाकर नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहा है। ऐसे में पायलट की मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। वैसे पायलट ने एक बार फिर से सियासी अटकलों को हवा दे दी है।
पायलट समर्थक कर रहे ये मांग
कांग्रेस मुख्यालय दिल्ली में बैठक का नेतृत्व खुद भारत जोड़ो यात्रा के प्रभारी दिग्विजय सिंह कर रहे थे। गौरतलब है कि दिसंबर में भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में एंट्री से पहले ही पायलट समर्थक उन्हें प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपने का दबाव बना रहे हैं। हाल ही में कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जयपुर में कुछ ऐसा ही बयान दिया था। जिसके बाद से कयास लगना शुरू हो गया था कि राजस्थान में कुछ बड़ा खेला होने वाला है। प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि फैसला लिखा जा चुका है, केवल सुनाया जाना बाकी है। बताया जा रहा है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम लंबे समय से मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। पहले भी कई बार प्रमोद कृष्णम पायलट के समर्थन में खड़े दिखे हैं।
पायलट खेमे के निशाने पर सीएम गहलोत
राजस्थान में 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बहिष्कार के बाद से ही पायलट कैंप लगातर गहलोत कैंप के मंत्रियों और विधायकों पर निशाना साध रहा है। पायलट कैंप के माने जाने वाले मंत्री राजेंद्र गुढ़ा और कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा इशारों में सीएम गहलोत को निशाने पर ले रहे हैं। मंत्री गुढ़ा ने कहा कि सचिन पायलट को सीएम बनाने पर ही राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट होगी।