राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर आरएसएस ने दिया यह बयान
नई दिल्ली राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर आरएसएस ने दिया यह बयान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली/रायपुर। आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे राहुल गांधी द्वारा संघ की आलोचना के बारे में पूछे गए सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि, अच्छा है समाज मे सभी लोगों को सक्रिय रहना चाहिए।
छत्तीसगढ़ में शनिवार से शुरू हो रहे आरएसएस की अखिल भारतीय समन्वय बैठक और राज्य में अगले वर्ष होने जा रहे विधान सभा चुनाव के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए आंबेकर ने इस तरह के संबंधों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा कि संघ की बैठकें बहुत पहले से तय होती है और यह देश के अलग-अलग जगहें पर होती रहती है। छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव में संघ की भूमिका के बारे में पूछे गए सवाल को टालते हुए उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में संघ का कार्य लगातार बढ़ रहा है और संघ का सारा फोकस संगठन के इस कार्य विस्तार पर ही लगा हुआ है।
दरअसल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े सभी संगठनों की अखिल भारतीय समन्वय बैठक इस बार 10 सितंबर से छत्तीसगढ़ के रायपुर में शुरू होने जा रही है। तीन दिनों तक चलने वाली संघ की शीर्ष स्तर की इस बड़ी बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत और संघ के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ-साथ संघ से जुड़े सभी 36 संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संगठन महासचिव शामिल होंगे। भाजपा की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी.एल. संतोष बैठक में पार्टी के कामकाज और उपलब्धियों की जानकारी देंगे। संघ की इस बैठक को राज्य में अगले वर्ष होने वाले विधान सभा चुनाव के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सुनील आंबेकर ने संघ की इस तीन दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ के रायपुर में 10 सितंबर से 12 सितंबर तक चलने वाली इस तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक में बैठक में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और संघ के पांचों सह सरकार्यवाह तथा अन्य प्रमुख पदाधिकारियों के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे संघ से जुड़े 36 संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन महासचिव एवं अन्य प्रमुख नेता शामिल होंगे।
आंबेकर ने बताया कि संघ की यह अखिल भारतीय स्तर की व्यापक समन्वय बैठक प्रति वर्ष एक बार आयोजित होती है। इस बैठक में संघ से जुड़े संगठनों के प्रतिनिधि अपने-अपने संगठन के कामकाज की जानकारी देते हैं, अनुभवों को सबके साथ साझा करते हैं और अपनी-अपनी उपलब्धियों के बारे में बताते हैं। हालांकि इसके साथ ही उन्होने यह भी जोड़ा कि ये संगठन स्वतंत्र तौर पर स्वायत रूप से कार्य करते है लेकिन चूंकि संघ के कार्यकर्ता इससे जुड़े रहते हैं, इसलिए वर्ष में एक बार संघ इस तरह के समन्वय बैठक का आयोजन करता है। उन्होने कहा कि संघ से जुड़े ये सभी संगठन समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीयता के भाव से समाज हित में सक्रिय रहते हैं और संघ ऐसे संगठनों में सक्रिय स्वयंसेवकों से समन्वय रखता है। उन्होने आगे कहा कि संघ की इस समन्वय बैठक में सभी अपने-अपने कार्य व उपलब्धियों पर प्रस्तुति देते हुए विस्तार से चर्चा करते हैं। शिक्षा एवं वैचारिक क्षेत्र, आर्थिक जगत, सेवा कार्य तथा विभिन्न सामाजिक एवं राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर निरंतर सक्रिय यह सभी संगठन, बैठक में संबंधित आवश्यक कार्यों पर मंथन करेंगे। बैठक में पर्यावरण, परिवार प्रबोधन तथा सामाजिक समरसता जैसे विषयों पर समन्वित प्रयासों की चर्चा भी होगी।
आपको बता दें कि, बैठक में भाजपा की तरफ से शामिल होने के लिए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा छत्तीसगढ़ पहुंच गए हैं। नड्डा के साथ-साथ भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी.एल. संतोष भी बैठक में शामिल होकर भाजपा के कामकाज के बारे में जानकारी देंगे।
इन दोनों नेताओं के अलावा भारतीय मजदूर संघ से हिरण्मय पांड्या व बी. सुरेंद्रन, विश्व हिन्दू परिषद से आलोक कुमार व मिलिंद परांडे, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से आशीष चौहान व निधि त्रिपाठी, भारतीय किसान संघ से दिनेश कुलकर्णी, विद्या भारती से रामकृष्ण राव एवं गोविंद महंती, राष्ट्र सेविका समिति से शांताक्का व अन्नदानम सीताक्का, वनवासी कल्याण आश्रम से रामचंद्र खराडी व अतुल जोग, सहित कुल 36 संगठनों के प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल होंगे। बैठक के अंतिम दिन यानि 12 सितंबर को संघ के प्रमुख नेता बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी भी सार्वजनिक कर सकते हैं।
(आईएएनएस)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.