आरएसएस के मुखपत्र में निशाने पर नीतीश कुमार, बिहार की बीजेपी गठबंधन वाली सरकार को बताया हर मोर्चे पर फेल
नीतीश-बीजेपी में टकराव आरएसएस के मुखपत्र में निशाने पर नीतीश कुमार, बिहार की बीजेपी गठबंधन वाली सरकार को बताया हर मोर्चे पर फेल
डिजिटल डेस्क, पटना। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक बयान के चलते बिहार की राजनीति में सियासी पारा बढ़ गया है। आरएसएस के मुखपत्र में छपे इस लेख में संगठन ने नितीश सरकार को हर विभाग में फेल बताया है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए है। मुखपत्र में लिखा गया था कि, स्वास्थ्य, शिक्षा, कानून, रोजगार सृजन सहित तमाम मोर्चों पर नीतीश कुमार की सरकार नाकाम रही है।
लेख में आंकड़ों का सहारा लेते हुए आरएसएस ने पिछले सत्रह साल के शासन का जिक्र करते हुए लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने में नीतीश सरकार को पूरी तरह विफल बताया है। विकास के हर पैमाने पर आरएसएस ने राज्य सरकार को घेरा, चाहे वो शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक विकास का क्षेत्र हो या कानून-व्यवस्था का।
इसके बाद से प्रदेश में नेताओं के बीच छींटाकशी शुरू हो गयी है। नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी शुरू की। इसी के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा विधान पार्षद संजय पासवान ने जदयू और भाजपा के नेताओं को एक साथ बैठ कर मामले को सुलझाने की सलाह दी है।
उन्होंने रविवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डालकर कहा, " मामला केवल अग्निवीर का नहीं है संजय बाबू और ललन बाबू। बहुत से मुद्दे हैं, जिनका मिल बैठकर निदान करने का समय है। जल्द सुशील मोदी की अगुआई में दोनो दलों की कोर कमिटी को बैठक करने का मेरा सुझाव है।"