प्रश्नपत्र लीक : तेलंगाना के राज्यपाल ने टीएसपीएससी से मांगी रिपोर्ट

खिलवाड़ प्रश्नपत्र लीक : तेलंगाना के राज्यपाल ने टीएसपीएससी से मांगी रिपोर्ट

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-14 19:00 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
हाईलाइट
  • अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने मंगलवार को राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) को प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।

उन्होंने विभिन्न विभागों में सहायक अभियंता के पदों पर भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा के प्रश्न पत्रों के लीक होने को गंभीरता से लेते हुए आयोग से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने टीएसपीएससी से भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के उपाय सुझाने के लिए भी कहा।

इस बीच, हैदराबाद पुलिस ने पेपर लीक मामले को सेंट्रल क्राइम स्टेशन (सीसीएस) के विशेष जांच दल (एसआईटी) को ट्रांसफर कर दिया है। पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद ने आदेश जारी कर मामले को बेगमबाजार थाने से एसआईटी सीसीएस को ट्रांसफर कर दिया। अपर पुलिस आयुक्त, अपराध एवं एसआईटी जांच की निगरानी करेंगे।

एक अन्य घटनाक्रम में, शहर की एक अदालत ने मंगलवार को मामले के नौ आरोपियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। आरोपियों को गिरफ्तार करने के एक दिन बाद पुलिस ने उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया। आरोपियों में टीएसपीएससी के दो कर्मचारी और एक पुलिस कांस्टेबल शामिल है।

टीएसपीएससी के अध्यक्ष जनार्दन रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि वह इस बारे में कानूनी राय लेंगे कि परीक्षा रद्द की जाए या नहीं। टीएसपीएससी ने विभिन्न इंजीनियरिंग विभागों में सहायक अभियंता, नगरपालिका सहायक अभियंता, तकनीकी अधिकारी और जूनियर तकनीकी अधिकारी की 833 रिक्तियों के लिए 5 मार्च को परीक्षा आयोजित की थी। कुल 55,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा लिखी थी।

टीएसपीएससी के अध्यक्ष ने कहा कि आयोग को उन लोगों ने धोखा दिया, जिन पर भरोसा किया गया था। टीएसपीएससी के पांच कर्मचारियों को मामले में शामिल बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा। जनार्दन रेड्डी ने लोगों से सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका कोई भी बच्चा आयोग द्वारा आयोजित ग्रुप-1 की परीक्षा में शामिल नहीं होता है। वह इन आरोपों का जवाब दे रहे थे कि ग्रुप-1 परीक्षा का पेपर भी उनके बच्चों की मदद के लिए लीक हो गया, जिन्होंने परीक्षा दी थी।

टीएसपीएससी के अध्यक्ष ने कहा कि यह तथ्य है कि पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक टीएसपीएससी कर्मचारी पी. प्रवीण कुमार ग्रुप-1 की प्रारंभिक परीक्षा में शामिल हुआ था, लेकिन यह सही नहीं है कि उसके द्वारा हासिल किए गए 103 अंक सबसे ज्यादा थे।

आयोग ने पुलिस में शिकायत तब दर्ज की थी जब उसके अधिकारियों ने पाया कि किसी ने उस कंप्यूटर सिस्टम को हैक कर लिया था जिसमें प्रश्नपत्र संग्रहीत थे। आरोपी ने कथित तौर पर गोपनीय खंड में कंप्यूटर से विभिन्न परीक्षाओं के प्रश्न पत्रों वाले फोल्डर की नकल की। आयोग ने 12 मार्च को होने वाली टाउन प्लानिंग बिल्डिंग ओवरसियर और 15 और 16 मार्च को होने वाली पशु चिकित्सा सहायक सर्जन के पदों पर होने वाली भर्ती परीक्षाओं को पहले ही स्थगित कर दिया था।

टीएसपीएससी में सहायक अनुभाग अधिकारी के रूप में कार्यरत प्रवीण कुमार और टीएसपीएससी में आउटसोसिर्ंग के आधार पर काम करने वाले एक नेटवर्क विशेषज्ञ राजशेखर रेड्डी ने प्रश्न पत्र लीक करने के लिए अन्य आरोपियों के साथ 10 लाख रुपये का सौदा किया था।

 

आईएएनएस

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Tags:    

Similar News