Assembly Election : बंगाल में गरजे PM, बोले- दीदी ने ताव में आकर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला लिया, यह सबसे बड़ी गलती
Assembly Election : बंगाल में गरजे PM, बोले- दीदी ने ताव में आकर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का फैसला लिया, यह सबसे बड़ी गलती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में रैली की। इस दौरान पीएम ने कहा कि इन दिनों TMC में मंथन चल रहा है। TMC में कुछ समझदार लोग कह रहे हैं कि दीदी (ममता बनर्जी) ने ताव में आकर नंदीग्राम में जाने का फैसला कर तो लिया हैं, लेकिन यह उनकी बहुत बड़ी गलती साबित हुई है।
पीएम ने कहा कि नंदीग्राम में दीदी की हार होते देख TMC के लोगों ने तय किया कि दीदी को दूसरी सीट से भी लड़ाया जाए। फिर समझदार लोगों ने दीदी से कहा कि यह उनकी दूसरी गलती होगी। कुछ लोगों ने यह भी कहा कि दीदी 2 सीटों पर हारोगी तो TMC का भविष्य में चलना मुश्किल हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने सोनारपुर की रैली में कहा कि TMC अब कह रही है कि दीदी वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ेंगी। ये बयान आने के बाद दो बातें साफ हो जाती हैं। एक तो दीदी ने बंगाल में अपनी हार स्वीकार कर ली है। दूसरी बात-दीदी अब बंगाल के बाहर अपनों के लिए जगह तलाश करने में जुट गई हैं।
वाराणसी में तो आपको तिलक के साथ चोटी वाले भी मिलेंगे
PM ने रैली में TMC की सांसद महुआ मोइत्रा के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ममता बनर्जी अब वाराणसी से चुनाव लड़ेंगी। पीएम ने कहा कि अच्छा है विधानसभा में हारने के बाद लोकसभा में जरूर हाथ आजमाइए दीदी। यहां हल्दिया से वाराणसी का जो वाटर-वे है, हमारी सरकार ने विकसित किया है। हो सकता है उसकी वजह से आपका मन वाराणसी की ओर मुड़ गया हो। दीदी.. काशी वालों का दिल बहुत बड़ा है आपको टूरिस्ट गैंग नहीं कहेंगे। उन्होंने कहा कि दीदी वाराणसी में तो आपको तिलक के साथ चोटी वाले लोग भी मिलेंगे।
यहां आप जय श्री राम के आह्वान से चिढ़ती हैं। वहां आपको हर-हर महादेव भी सुनने को मिलेगा। दीदी, ओ दीदी, फिर आप क्या करेंगी? मेरी आपसे एक ही प्रार्थना है, बनारस के लोगों पर, यूपी के लोगों पर गुस्सा मत करिएगा दीदी। यूपी-बनारस के लोगों ने मुझे इतना प्यार दिया है, वो आपको भी बहुत स्नेह देंगे दीदी।
10 साल में कारखाने बंद हुए, रोजगार खत्म हुआ
मोदी ने ममता बनर्जी से पूछा कि इतनी कड़वाहट कहां से लाती हो। दीदी बंगाल के प्रतिभाशाली युवाओं में कड़वाहट घोल रही हैं। दीदी की बौखलाहट का एक बड़ा कारण उनके 10 साल के काम का रिपोर्ट कार्ड है। यहां पुरानी इंडस्ट्री बंद हो चुकी है, कारखाने बंद हो गए हैं, युवाओं के पास रोजगार नहीं है। हुगली सबसे बड़े कारखाने का केंद्र रहा है, लेकिन आज क्या हालत हो गई है। पहले देश के कई राज्यों से लोग बंगाल की फैक्ट्रियों में काम करने आते थे। आज यहां के लोग दूसरे राज्यों में जाकर काम करने को मजबूर हैं।
मोदी ने सभा में किसान कार्ड खेला
मोदी ने कहा कि हुगली का आलू बड़ी तादाद में हर साल इसलिए खराब हो जाता है, क्योंकि दीदी ने पर्याप्त संख्या में कोल्ड स्टोरेज नहीं बनाए हैं। जो कोल्ड स्टोरेज हैं भी, वो सिंडिकेट चला रहे हैं। यहां के किसान औने-पौने दाम पर आलू बेचने को मजबूर हैं। 2 मई को भाजपा की सरकार बनने के बाद सबसे पहले किसानों के हित में फैसला होगा। कैबिनेट का पहला फैसला यहां के किसानों को सहायता राशि देना होगा। ममता बनर्जी ने जो पैसे नहीं देने दिए हैं, वो सरकार बनते ही बांटे जाएंगे। हर किसान को 18 हजार रुपए मिलेंगे। मैं चाहता हूं कि दुर्गा पूजा से पहले ये पैसा किसानों के खाते में पहुंच जाना चाहिए।
दीदी बंगाल में फास्ट ट्रैक कोर्ट बनने की अनुमति नहीं दे रही हैं
केंद्र सरकार, महिलाओं के खिलाफ जघन्य अपराधों की जल्द सुनवाई के लिए देश भर में एक हजार से ज्यादा फास्ट ट्रैक कोर्ट बनवा रही है। लेकिन यहां दीदी की सरकार ने इसकी स्वीकृति ही नहीं दी है।
पश्चिम बंगाल में इलाज में कटमनी चलता है
आज गरीब से गरीब को इलाज पर कम से कम खर्च करना पड़े, इसके लिए हर संभव कोशिश केंद्र सरकार कर रही है। लेकिन पश्चिम बंगाल में इलाज में भी कटमनी चलता है। यही वजह है कि दीदी की सरकार आयुष्मान भारत योजना से जुड़ने के बाद वापस हट गई।