भ्रष्टाचार छुपाने के लिए जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का झूठा आरोप लगा रहे हैं विपक्षी दल

भाजपा भ्रष्टाचार छुपाने के लिए जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का झूठा आरोप लगा रहे हैं विपक्षी दल

Bhaskar Hindi
Update: 2022-07-09 12:00 GMT
भ्रष्टाचार छुपाने के लिए जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का झूठा आरोप लगा रहे हैं विपक्षी दल

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जांच एजेंसियों का दुरुपयोग, एक ऐसा मुद्दा रहा है जिस पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में हमेशा ही टकराव की स्थिति देखने को मिली है। सत्ता में चाहे जो भी पार्टी या गठबंधन हो, उस समय विपक्ष की भूमिका निभाने वाला राजनीतिक दल उस पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाता नजर आता है। पिछले कुछ दशकों के दौरान, आरोप प्रत्यारोप की यह राजनीति बढ़ती ही जा रही है।

कांग्रेस के भ्रष्टाचार, घपले और घोटालों को मुद्दा बनाकर 2014 में लोक सभा चुनाव जीतने वाली भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर भी विपक्ष, जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगा रहा है। कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी, आरजेडी और शिवसेना के अलावा अन्य कई विपक्षी दल केंद्र सरकार पर ईडी, सीबीआई और अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का लगातार आरोप लगा रहे हैं।

आईएएनएस से बात करते हुए भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं दार्जिलिंग से लोक सभा सांसद राजू बिष्ट ने कहा कि भाजपा कानूनी प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं करती है। उन्होंने कहा कि चोरी ऊपर से सीनाजोरी नहीं चलेगी। जिन लोगों ने देश की दौलत चुराई है उन्हें कानून के सामने जवाब देना ही होगा, चाहे वो कोई भी हो। हाल ही में, राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस ने अपने तमाम दिग्गज नेताओं, मुख्यमंत्रियों और कार्यकतार्ओं को सड़क पर उतार दिया था। सड़कों पर आंदोलन के दौरान कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस पर दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया। कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और दिल्ली पुलिस के दुर्व्यवहार के खिलाफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी शिकायत की।

भाजपा ने इसी महीने हैदराबाद में हुई अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कांग्रेस के इन आरोपों का पुरजोर खंडन किया। बैठक में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में कांग्रेसनीत विपक्ष पर नकारात्मक राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि, अपने राजनीतिक हित को साधने के लिए कांग्रेस एवं इसके सहयोगी दल झूठ और फरेब की राजनीति का सहारा ले रहे हैं। आज जब जांच एजेंसियों द्वारा कांग्रेस के अध्यक्ष एवं इसके पूर्व अध्यक्ष से पूछताछ की जाती है तो पूरी कांग्रेस सड़कों पर उतरकर इसका विरोध करती है। प्रस्ताव में यह भी आरोप लगाया गया है कि, इन्हें न तो भारत के संविधान पर भरोसा है, न देश की जनता पर विश्वास है और न ही लोकतांत्रिक मूल्यों में इनकी आस्था है।

कांग्रेस के आरोपों और विरोध प्रदर्शन पर पलटवार करते हुए उसी समय केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा था कि गांधी परिवार द्वारा भ्रष्टाचार के जरिए अर्जित किए गए दो हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को बचाने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है। राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ मामले में कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्य सभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि नेशनल हेराल्ड मामले का सरकार से कोई लेना-देना नहीं है। यह मामला यूपीए सरकार के दौरान ही 1 नवंबर 2012 को प्रारंभ हुआ था लेकिन इसमें सरकार की किसी एजेंसी द्वारा कार्रवाई नहीं हुई और अब हाइकोर्ट के निर्देश के ऊपर ही कार्रवाई हो रही है और हाइकोर्ट के निर्देश पर ही वो जमानत पर है।

हालांकि भाजपा सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाने वाली कांग्रेस एकमात्र पार्टी नहीं है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल , एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, शिवसेना नेता संजय राउत, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव समेत देश के कई अन्य विपक्षी दल भी एनडीए सरकार पर इसी तरह का आरोप लगा रहे हैं।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरोपों पर तीखा पलटवार करते हुए भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं दार्जिलिंग से लोक सभा सांसद राजू बिष्ट ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि यह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे का सबसे बढ़िया उदाहरण है। पश्चिम बंगाल वह राज्य है, जहां पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी टीएमसी कैडर की तरह काम कर रहे हैं। सरकार ने मनगढ़ंत आरोप लगाकर सांसदों, विधायकों और भाजपा नेताओं के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज किए हैं, राजनीतिक बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है और ममता बनर्जी उल्टा हम पर ( भाजपा सरकार ) आरोप लगा रही है।

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आगे कहा , ईडी ने देश भर से हजारों करोड़ की संपत्ति जब्त की है। भाजपा कानूनी प्रक्रिया में कोई हस्तक्षेप नहीं करती है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल पुलिस पर सवाल खड़ा करते हुए लगभग 25 मामलों की जांच करने का जिम्मा सीबीआई को सौंपा है। बिष्ट ने कहा कि चोरी ऊपर से सीनाजोरीनहीं चलेगी। जिन लोगों ने देश की दौलत चुराई है उन्हें कानून के सामने जवाब देना ही होगा, चाहे वो कोई भी हो।

दरअसल, जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के आरोपों पर भाजपा का स्टैंड बिल्कुल साफ है कि इन मामलों से सरकार का कोई लेना देना नहीं है। मेरिट के आधार पर जांच एजेंसिया अपनी-अपनी कार्रवाई कर रही है और सरकार पर आरोप लगाने वाले नेताओं को भ्रष्टाचार के मामले में जवाब देना चाहिए और कानूनी प्रक्रिया ( पूछताछ, जांच और मुकदमा ) के मामले में सहयोग करना चाहिए।

भाजपा के नेता यूपीए सरकार के दौरान वर्तमान प्रधानमंत्री और गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी से कई दिनों तक, एसआईटी द्वारा घंटों-घंटों तक की गई पूछताछ का हवाला देते हुए यह भी कहते हैं कि गलत और झूठे आरोपों के बावजूद मोदी ने बिना किसी हंगामें के अकेले जाकर एसआईटी के सवालों का सामना किया और जांच प्रक्रिया में पूरा सहयोग दिया लेकिन अब विपक्षी दल अपने भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का झूठा आरोप लगा रहे हैं।

(आईएएनएस)

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