मंत्री ईश्वरप्पा बोले, पद छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं
कर्नाटक ठेकेदार आत्महत्या मंत्री ईश्वरप्पा बोले, पद छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरू। एक ठेकेदार की आत्महत्या से जुड़े विवाद में घिरे कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने बुधवार को कहा कि उनके इस्तीफा देने का कोई सवाल ही नहीं है। ईश्वरप्पा ने दोहराया कि वह ठेकेदार संतोष के. पाटिल से कभी नहीं मिले थे, जिसने आत्महत्या कर ली। हालांकि, ईश्वरप्पा के साथ पाटिल की तस्वीरें सामने आई हैं, जिससे सत्तारूढ़ भाजपा पार्टी को काफी शर्मिदगी उठानी पड़ी है।
हालांकि, ईश्वरप्पा ने कहा, इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता। मैं इस्तीफा नहीं दे रहा हूं। यह पता लगाने के लिए जांच की जानी चाहिए कि इस मामले में मुझे घसीटने की साजिश के पीछे कौन है। मैंने घटना की व्यापक जांच करने के लिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा, मैं कहीं नहीं भाग रहा हूं। मैं कल या परसों सीएम बोम्मई से मिलूंगा। आरडीपीआर विभाग में कोई भ्रष्टाचार नहीं है। संतोष पाटिल ने कोई डेथ नोट नहीं लिखा था। टेंडर प्रक्रिया के बाद काम आवंटित किया जाना है। बिना टेंडर के , कार्य आदेश कैसे दिया जा सकता है? क्या विपक्ष के नेता सिद्धारमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार को पता नहीं है?
मैं दो बातें स्पष्ट करूंगा। व्हाट्सएप संदेश में डेथ नोट उभरा है। कोई हस्ताक्षरित डेथ नोट नहीं मिला। क्या हमें सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए किए गए कार्यों के लिए धन जारी करना है? मैंने संतोष पाटिल और उनके परिवार के सदस्यों को नहीं देखा है। पार्टी आलाकमान ने इस मुद्दे पर मुझसे संपर्क नहीं किया है। उन्होंने कहा, मैंने संतोष पाटिल का चेहरा नहीं देखा है और आरोप लगाया जा रहा है कि मैं उनसे 80 बार मिल चुका हूं।
संतोष पाटिल की नई दिल्ली यात्रा को किसने प्रायोजित किया ईश्वरप्पा ने सवाल किया। उन्होंने केंद्रीय आरडीपीआर मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई। हमारे विभाग ने केंद्रीय मंत्रालय के एक प्रश्न का उत्तर दिया है। इसकी शिकायत पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी दी गई है. मैंने मामले के संबंध में अदालत से परामर्श किया था। अदालत द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बाद यह घटना हुई।
बेलगावी के एक ठेकेदार संतोष के. पाटिल ने मीडियाकर्मियों को भेजे अपने मैसेज में कहा था कि वह आत्महत्या कर रहा है, क्योंकि मंत्री ईश्वरप्पा 4 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लिए धन जारी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें 40 प्रतिशत कटौती पर भुगतान लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उसका शव मंगलवार को उडुपी के एक लॉज से बरामद किया गया।
(आईएएनएस)