देश और विदेश की अनेक शक्तियां भारत के विकास को रोकना चाहती हैं - आरएसएस

नई दिल्ली देश और विदेश की अनेक शक्तियां भारत के विकास को रोकना चाहती हैं - आरएसएस

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-14 15:00 GMT
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डिजिटल डेस्क, पानीपत/नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए टुकड़े-टुकड़े कांड और अन्य कई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि भारत तेजी से आर्थिक विकास कर रहा है, सामरिक और कूटनीति मोचरें पर भी भारत के बढ़ते महत्व से सभी परिचित हैं और ऐसे समय में भारतीय समाज को एकजुट होकर सर्वांगीण विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कार्य करना है। लेकिन देश और विदेश में ऐसी अनेक शक्तियां हैं जो भारत को इस रास्ते पर आगे बढ़ने से रोकना चाहती हैं, किंतु सबको चौकन्ना और सावधान रहकर स्व के बोध के साथ इन शक्तियों को प्रभाव शून्य बनाना होगा।

हरियाणा के पानीपत में हुई संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि देश के खिलाफ बोलने और काम करने वालों के खिलाफ सरकार को कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। संघ भी अपने स्तर पर सामाजिक समरसता के लिए काम कर रहा है। मुसलमानों के लिए अलग देश की उठी मांग के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने आगे कहा कि हम सबको चौकन्ना और सावधान रहना पड़ेगा।

हरियाणा के पानीपत में हुई संघ की सर्वोच्च इकाई की इस अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित संघ से जुड़े 34 विभिन्न संगठनों के 1389 प्रतिनिधि शामिल हुए। 2024 में होने वाले आगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनजर संघ की इस बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा था। हालांकि बैठक में चुनाव को लेकर चर्चा होने के बारे में पूछे गए सवाल को खारिज करते हुए होसबाले ने कहा कि संघ की बैठक में चुनाव पर चर्चा नहीं की जाती है और इस बैठक में भी नहीं हुई। हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह स्वीकार किया कि बैठक में संघ से जुड़े विभिन्न संगठन अपने-अपने काम की जानकारी साझा करते हैं, 2-4 मिनट बोलते हैं लेकिन इस पर विस्तृत चर्चा नहीं की जाती है।

संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की तीन दिन तक चली बैठक के समापन के बाद मंगलवार को बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने सबसे पहले देश के प्रख्यात पत्रकार डॉ. वेद प्रताप वैदिक के निधन पर शोक जताते हुए श्रद्धांजलि दी और अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने आगे बताया कि प्रतिनिधि सभा की बैठक में वार्षिक प्रतिवेदन सहित आगामी कार्य ²ष्टि के लिए एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया। यह प्रस्ताव भारत के अमृतकाल और संघ के सौवें वर्ष की ओर बढ़ती यात्रा के समय में समाज को दिशा देने का कार्य करेगा। ऐसे समय में जब भारत वैश्विक नेतृत्व के पथ पर निरंतर मजबूती से कदम बढ़ा रहा है, तब नागरिकों को यह समझने की आवश्यकता है कि इस पथ पर कांटे कौन बिछाना चाहता है। संघ और समस्त समाज राष्ट्र के नवोत्थान की राह में आने वाले सभी कंटकों को दूर करने के लिए कार्य करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि देश के अमृतकाल में नैरेटिव बदलने चाहिए, भारत के प्रश्नों पर भारत के ही उत्तर होने चाहिए। विकृत इतिहास के स्थान पर सही इतिहास बताना चाहिए और युगानुकूल रचनाएं होनी चाहिए। बैठक में प्रस्ताव के अतिरिक्त महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जन्म जयंती, छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्यारोहण के 350वें वर्ष और महावीर स्वामी के निर्वाण के 2550वें वर्ष पूर्ण होने पर तीन वक्तव्य भी जारी किये गए।

संघ के सरकार्यवाह ने बताया कि विजयादशमी 2025 से संघ का शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है, किंतु इस प्रतिनिधि सभा में इसके लिए कोई कार्य योजना नहीं बनी है हालांकि कार्य विस्तार तथा कार्य की गुणात्मकता बढ़ाने की योजना अवश्य बनी है। स्थान-स्थान पर ग्राम-बस्तियों की परिस्थिति का अध्ययन कर वहां की समस्याओं के समाधान की दिशा में शाखा के स्वयंसेवक समाज को जोड़कर प्रयास करेंगे। ऐसे प्रयोग अब भी किए जा रहे हैं, जिनकी चर्चा भी प्रतिनिधि सभा में हुई। दत्तात्रेय होसबाले ने महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि संघ आगामी समय में सामाजिक परिवर्तन के पांच आयामों पर अपने कार्य को अधिक केन्द्रित करेगा। इन पांच आयामों में सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण, नागरिक कर्तव्य सम्मिलित हैं। उन्होंने कहा कि समाज में विभेद के विरुद्ध विमर्श खड़ा करना तथा समरसता के लिए निरंतर प्रयास करना इस कार्ययोजना का लक्ष्य है।

उन्होंने बताया कि इस तीन दिवसीय बैठक के पहले दिन संघ का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसके अनुसार संघ की शाखाओं की संख्या 62 हजार से बढ़कर 68 हजार तक पहुंच गई है। आगामी वर्ष में इस संख्या को एक लाख तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। संघ की शाखाओं में तीन महीने में एक परिवार मिलन रखने का भी निर्णय लिया गया है।

 

 (आईएएनएस)

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