पंजाब के शहरों को सुंदर बनाने के लिए केजरीवाल ने रखा 10 सूत्री एजेंडा
पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 पंजाब के शहरों को सुंदर बनाने के लिए केजरीवाल ने रखा 10 सूत्री एजेंडा
- दिल्ली में काम से बनी साख को पंजाब में भुनाना चाह रहे है केजरीवाल
डिजिटल डेस्क, जालंधर। पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को राज्य के शहरों को बेहतर और सुंदर बनाने के लिए 10 सूत्री एजेंडा पेश किया है। पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान के साथ केजरीवाल ने यहां यह घोषणा करते हुए कहा कि इस समय राज्य में दो तरह की राजनीति हो रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, एक माफिया को शामिल करके भ्रष्टाचार से भरा हुआ है और दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी है जो लोगों के सामने पंजाब के विकास और प्रगति का एजेंडा पेश कर रही है। केजरीवाल ने पंजाब के शहरों को सुंदर बनाने के लिए 10 एजेंडा पेश किया, जिसमें कहा गया कि आप भ्रष्टाचार या अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं करती है।
केजरीवाल ने कहा, हमने दिल्ली में लोगों के लिए काम करके अपनी साख साबित की है। हमने राष्ट्रीय राजधानी के लोगों को अच्छी शिक्षा, चिकित्सा और अन्य सुविधाएं प्रदान की हैं। पंजाब की समस्याओं को हल करने के लिए मैंने भगवंत मान और व्यापारियों, किसानों और कर्मचारियों सहित सभी वर्गों के लोगों से उनकी समस्याओं को समझने के लिए मुलाकात की और हमने उसी के अनुसार अलग-अलग गारंटी की घोषणा की है। पंजाब के लोगों द्वारा हमारी सभी गारंटियों की बहुत सराहना और समर्थन किया गया है। लेकिन शहरी लोगों ने कहा कि आपने सभी के लिए वादे किए, लेकिन शहरों के लिए गारंटी की घोषणा नहीं की। इसलिए हम अब शहरों के लिए गारंटी लेकर आए हैं।
केजरीवाल ने वादा किया, हम पंजाब के शहरों को देश में नंबर वन बनाएंगे और साफ-सफाई के बेहतर इंतजाम करके उन सभी को सुंदर और साफ-सुथरा बनाएंगे। लोगों से आप को वोट देने की अपील करते हुए केजरीवाल ने कहा, आपने बादल परिवार को 19 साल और कांग्रेस को 26 साल दिए। पारंपरिक पार्टियों के लिए सत्ता व्यापार की तरह है। भ्रष्टाचार और माफिया उनकी राजनीति का हिस्सा हैं। इसलिए चुनाव वे (अकाली-कांग्रेस) कुछ नहीं बदलेंगे। जब उन्होंने इतने लंबे समय तक कुछ नहीं किया, तो वे अब शुरू भी नहीं करेंगे। केजरीवाल ने कहा, राजनीति में आप तुलनात्मक रूप से नई है। हमारे पास नए लोग हैं, नई ऊर्जा है और नई योजनाएं हैं। बस हमें पांच साल दें और अगर हमने अच्छा काम नहीं किया तो मैं अगली बार आपका वोट मांगने नहीं आऊंगा।
पंजाब के लगभग 2 करोड़ मतदाताओं ने अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस को 2017 के विधानसभा चुनावों में भारी जीत के लिए वोट दिया था, जिससे पार्टी को 117 सदस्यीय विधानसभा में 77 सीटें मिली थीं। बाद में अक्टूबर 2019 में हुए उपचुनावों में तीन और सीटें जीतीं, जिससे इसकी ताकत 80 हो गई। पंजाब में विधानसभा चुनाव 20 फरवरी को होंगे और मतगणना 10 मार्च को होगी।
(आईएएनएस)