कर्नाटक : वीर सावरकर की तस्वीर हटाने पर दो युवकों को चाकू मारा, शिवमोगा में लगा कर्फ्यू
शिवमोगा कर्नाटक : वीर सावरकर की तस्वीर हटाने पर दो युवकों को चाकू मारा, शिवमोगा में लगा कर्फ्यू
डिजिटल डेस्क, शिवमोगा (कर्नाटक)। कर्नाटक पुलिस ने शिवमोगा शहर में सोमवार को उस वक्त निषेधाज्ञा लागू कर दी ,जब लोगों के एक समूह ने वीर सावरकर के तस्वीर (फ्लेक्स) को हटा दिया और उसके बाद भड़की हिंसा में दो युवाओं पर चाकू से हमला कर दिया गया। समूह ने इसके स्थान पर टीपू सुल्तान का फ्लेक्स लगाने का भी प्रयास किया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि चाकू मारने की घटना में घायल होने वाले युवक की पहचान 20 वर्षीय प्रेम सिंह के रूप में हुई है। प्रेम सिंह अपने घर के सामने खड़ा था तभी बदमाशों ने उसे निशाना बनाया। उन्हें शिवमोगा के मेगन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक अन्य युवक की पहचान 27 वर्षीय प्रवीण के रूप में हुई है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि गांधी बाजार इलाके में उसकी एक दुकान थी और वह अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहा था, तभी बदमाशों ने उसे चाकू मार दिया और गायब हो गए।
पुलिस के अनुसार, वीर सावरकर का फ्लेक्स आमिर अहमद सर्कल में लगाया गया था और पूरे क्षेत्र स्वतंत्रता दिवस के 75 वें वर्ष के जश्न के रूप में सजाया गया था। हालांकि कुछ युवकों ने इसका विरोध किया और सावरकर का फ्लेक्स छीन लिया। उन्होंने टीपू सुल्तान के फ्लेक्स को उसके स्थान पर लगाने का प्रयास किया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। बाद में, हिंदू कार्यकर्ताओं ने सर्कल के पास विरोध प्रदर्शन किया और आग्रह किया कि उन्हें वीर सावरकर के फ्लेक्स को स्थापित करने की अनुमति दी जानी चाहिए। हिंदू कार्यकर्ताओं ने फ्लेक्स को बहाल करने की कोशिश की और पुलिस ने उन्हें रोका। इस मुद्दे पर हिंदू कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के साथ मौखिक विवाद हुआ था।
पुलिस हरकत में आई और आईपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी। हालांकि, बदमाशों के गिरोह ने इसके बाद युवक प्रेम सिंह को निशाना बनाया और उसे चाकू मार दिया। पुलिस ने वीर सावरकर का फ्लेक्स हटाने के मामले में 10 लोगों को हिरासत में लिया है और युवक को चाकू मारने वाले बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। शिवमोगा शहर में 18 अगस्त तक निषेधाज्ञा लागू है।
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र को शहर का दौरा करने और स्थिति की निगरानी करने का निर्देश दिया है। शिवमोगा शहर तब राष्ट्रीय सुर्खियों बन गया जब बदमाशों के एक गिरोह ने बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की हत्या कर दी और उसका गला काटने का वीडियो उसके परिवार को फोन पर भेज दिया। शिवमोगा में कुछ दिन पहले एक मॉल के परिसर में वीर सावरकर की लगाई गई तस्वीर पर एसडीपीआई कार्यकतार्ओं ने आपत्ति जताई है। भाजपा महासचिव एन. रविकुमार ने कहा कि घटना के पीछे एक बड़ी साजिश है।
(आईएएनएस)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.