कर्नाटक जैन समुदाय ने जैन कवि के नाम पर रोड का नाम बदलने के विचार का विरोध किया
कर्नाटक कर्नाटक जैन समुदाय ने जैन कवि के नाम पर रोड का नाम बदलने के विचार का विरोध किया
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक साहित्य परिषद द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव के साथ कन्नड़ भाषा को बढ़ावा देने के लिए नोडल एजेंसी कर्नाटक जैन समुदाय के साथ बेंगलुरु में चामराजपेट इलाके की आदिकवि पम्पा सड़क का नाम बदलने के विचार का विरोध कर रही है।
कर्नाटक साहित्य परिषद के अध्यक्ष महेश जोशी ने आदिकवि पम्पा रोड का नाम बदलकर कन्नड़ साहित्य परिषद रोड करने के लिए बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) को एक प्रस्ताव भेजा है। इस संबंध में कर्नाटक जैन एसोसिएशन ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
एसोसिएशन ने कहा है कि इस तरह का कदम जैन कवि का अपमान है। कन्नड़ साहित्यकारों ने भी इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि आदिकवि पम्पा का कन्नड़ साहित्य के क्षेत्र में एक विशेष स्थान है।पूरे कर्नाटक से जैन समुदाय के प्रतिनिधियों ने सड़क का नाम बदलने के प्रस्ताव को वापस लेने का अनुरोध करते हुए परिषद के अध्यक्ष को एक ज्ञापन सौंपा है।
आदिकवि पम्पा रोड मिंटो अस्पताल और मक्कला कूटा पार्क के एक छोटे से हिस्से के बीच स्थित है। कन्नड़ भाषा को बढ़ावा देने के लिए परिषद की इस पूरी सड़क को ऊंचा करने की भव्य योजना है। परिषद के पदाधिकारियों ने भी इस संबंध में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मिलने का फैसला किया है।
उन्होंने आगे कहा, महेश जोशी ने नाम बदलने के प्रस्ताव का बचाव किया है क्योंकि विदेशों में विशिष्ट विषयों पर विकसित की जा रही सड़कों का अध्ययन करने के बाद निर्णय लिया गया है।
योजना इस तरह से बनाई जा रही है कि बेंगलुरू आने वाला हर पर्यटक इस मार्ग पर जाने को मजबूर हो। सड़क के इस खंड पर सभी हितधारकों को प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
महेश जोशी ने आगे कहा, प्रमुख कन्नड़ साहित्यकारों की मूर्तियां लगेंगी, कन्नड़ गीत बजाए जाएंगे और विशेष प्रकाश व्यवस्था की जाएगी, प्रस्ताव के अनुसार कन्नड़ लेखकों के लोकप्रिय बयान स्थापित किए जाएंगे।
(आईएएनएस)
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