मुख्यमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा अस्वीकार्य
आंध्र प्रदेश के डीजीपी मुख्यमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा अस्वीकार्य
डिजिटल डेस्क, अमरावती। आंध्र प्रदेश के पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री के लिए संवैधानिक अधिकार के खिलाफ अभद्र भाषा अस्वीकार्य है। पुलिस प्रमुख ने दावा किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, राज्य में कानून का शासन है। कुछ लोग कानून-व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन पुलिस पूरी तरह से तैयार है। कानून-व्यवस्था बनी रहेगी। सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के कथित समर्थकों ने मंगलवार को तेदेपा प्रवक्ता पट्टाभि राम द्वारा मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
डीजीपी ने कहा, प्रवक्ता द्वारा दिया गया बयान एक आकस्मिक बयान नहीं था। इस तरह की अपमानजनक और अभद्र भाषा का इस्तेमाल पहले कभी किसी संवैधानिक प्राधिकरण के खिलाफ नहीं किया गया था। आप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, अदालतों, न्यायाधीशों और मुख्यमंत्री के लिए अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकते। तेदेपा कार्यालयों पर हमलों के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह सही भावना में नहीं था। उन्होंने कहा, समाज के एक वर्ग के बीच अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर जिस तरह की प्रतिक्रिया हुई, उससे हम अनजान थे।
डीजीपी ने तेदेपा के इस आरोप को खारिज कर दिया कि जब पार्टी के केंद्रीय कार्यालय पर हमला हो रहा था, तो उन्होंने फोन कॉल का जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जब वह पुलिस परेड में शामिल थे, तो उन्हें एक व्हाट्सएप कॉल आया और बैंड बजने के कारण वह नहीं सुन सके कि दूसरी तरफ का व्यक्ति क्या कह रहा था। उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि एसपी और स्थानीय पुलिस थाने ने भी कोई जवाब नहीं दिया। पुलिस प्रमुख ने कहा कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ देश के कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। सवांग ने कहा कि मंगलवार को जो हुआ, वह गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पर लगभग 3,000 किलोग्राम हेरोइन की जब्ती के बाद पिछले एक महीने में लगाए गए आरोपों का नतीजा है। उन्होंने कहा कि पुलिस और यहां तक कि केंद्रीय एजेंसियों के स्पष्ट करने के बावजूद कि नशीले पदार्थों की तस्करी का आंध्र प्रदेश से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा, हम कह रहे थे कि आरोप लगाना सही नहीं है, लेकिन फिर भी आरोप तेज गति से माहौल को खराब करते रहे। अगर आप पैटर्न देखें, तो कल यह चरम पर था और सभी हदें पार की गई।
(आईएएनएस)