पश्चिम बंगाल: गंभीर बोले- बंगाल के भाग्य का फैसला बम, गोलियों से नहीं हो सकता
पश्चिम बंगाल: गंभीर बोले- बंगाल के भाग्य का फैसला बम, गोलियों से नहीं हो सकता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य के साथ-साथ राज्य के लोगों के भाग्य का फैसला बम और गोलियों से नहीं किया जा सकता।
पश्चिम बंगाल के मतदाताओं के लिए एक खुले पत्र में गंभीर ने बताया कि हाल के दिनों में बम बनाने के कारखानों की कई रिपोर्ट सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि दशकों से वामपंथियों और तृणमूल कांग्रेस द्वारा धमकी, हिंसा को सामान्य बनाया गया है और यह अब बंगाल की राजनीतिक संस्कृति का हिस्सा बन गया है।
विपक्ष को चुप कराने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार TMC
पूर्वी दिल्ली के भाजपा सांसद गंभीर ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस राज्य में किसी भी विपक्ष को चुप कराने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। यह बंगाल का लोकाचार नहीं है और मतदाताओं को यह स्पष्ट करना चाहिए। उन्हें यह तय करना होगा कि वे सिंडिकेट का शासन चाहते हैं या सोनार बांग्ला? वे भाई-भतीजावाद चाहते हैं या योग्यता? वे घुसपैठियों के साथ हैं या हमारे बहादुर जवानों के साथ? वे राज्य में अपराध और भ्रष्टाचार चाहते हैं या परिवर्तन।
ममता बनर्जी की टिप्पणी पर दुख जताया
उन्होंने कहा कि उन्हें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी पर दुख हुआ है कि भाजपा बाहरी लोगों की पार्टी है और राज्य में इसका कोई स्थान नहीं है। एक पल के लिए भी मुझे यह महसूस नहीं हुआ कि मैं एक बाहरी व्यक्ति हूं और कोलकाता में या बंगाल में नहीं, कहीं और पैदा नहीं हुआ। मुझे यह कभी महसूस नहीं हुआ कि मैंने प्रेसीडेंसी कॉलेज या जादवपुर विश्वविद्यालय में नहीं पढ़ा या बड़ा होने पर कभी पार्कस्ट्रीट में एगरोल नहीं खाया।
खबर में खास
- गंभीर ने कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) को दो आईपीएल फाइनल में जीत दिलाई है।
- राज्य में विशेषकर युवाओं के बीच उनकी बड़ी फैन फोलोविंग है।
- वह पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में भाजपा के स्टार प्रचारकों में से एक हैं।
- बीते कई महीनों से TMC नेताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी है।
- 19 दिसंबर को ममता सरकार में मंत्री रहे शुभेंदु अधिकारी से इसकी शुरुआत हुई थी।
- शुभेंदु के साथ सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और 10 विधायक भाजपा में ज्वॉइन की थी। इनमें 5 विधायक तृणमूल के ही थे।
- 21 जनवरी को शांतिपुर से विधायक अरिंदम भट्टाचार्य ने BJP ज्वाइन की।
- 30 जनवरी को पूर्व मंत्री राजीब बनर्जी, विधायक बैशाली डालमिया और प्रबीर घोषाल भाजपा में शामिल हुए।
- 2 फरवरी को डायमंड हार्बर से विधायक दीपक हल्दर ने BJP ज्वाइन की।
- 2 मार्च को पांडेश्वर से विधायक जितेंद्र तिवारी ने भाजपा का दामा।
बंगाल में 8 फेज में चुनाव
पश्चिम बंगाल में इस बार 8 फेज में वोटिंग होगी। 294 सीटों वाली विधानसभा के लिए वोटिंग 27 मार्च (30 सीट), 1 अप्रैल (30 सीट), 6 अप्रैल (31 सीट), 10 अप्रैल (44 सीट), 17 अप्रैल (45 सीट), 22 अप्रैल (43 सीट), 26 अप्रैल (36 सीट), 29 अप्रैल (35 सीट) को होनी है। काउंटिंग 2 मई को की जाएगी।