बीजेपी अगर प्रधानमंत्री भी बनाएं, तब भी साथ नहीं खड़ा होंगे
भीम आर्मी चीफ का हमला बीजेपी अगर प्रधानमंत्री भी बनाएं, तब भी साथ नहीं खड़ा होंगे
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव से पहसे सभी राजनीतिक पार्टियां अपना चुनावी समीकरण ठीक करने में जुट गई हैं। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद भी यूपी चुनावीं मैदान में उतरने का एलान कर चुके हैं। जिसके बाद से मुख्य विपक्षी पार्टियां उन पर बीजेपी की बी टीम का भी आरोप लगा रही हैं। हालांकि कि चंद्रशेखर आजाद ने इस आरोप को खारिज कर दिया है।
बीजेपी मेरी विचारधार से अलग, साथ जानें का सवाल ही नहीं
आपको बता दें कि समाचार चैनल यूपी तक ने साक्षात्कार के दौरान चंद्रशेखर आजाद से सवाल पूछा था कि अगर चंद्रेशखर आजाद के हाथ में यूपी विधानसभा की कुछ सीटें हाथ में आ जाती हैं और बीजेपी सरकार बनाने के करीब पहुंच जाती है तो क्या आप समर्थन करेंगे अगर उनकी तरफ से मंत्री बनने का ऑफर मिलता है, इस चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने कहा कि अगर बीजेपी हमें प्रधानमंत्री का भी पद दे, तो भी हम बीजेपी में नही जाएंगे। क्योंकि बीजेपी हमारी विचारधारा से दुश्मन है। चंद्रशेखर ने कहा कि हम दुश्मन के खेमे में नहीं जा सकते हैं।
कांंशीराम ने बताया था
बता दें कि आगे भीम आर्मी चीफ कहते हैं कि हमें कांशीराम साहब ने भी सिखाया है कि एक सुई लो और उसे नींबू में डुबोने के बाद दूध की बाल्टी में छोड़ दो। उसके बाद में देखो कि एक सुई पूरा दूध फाड़ देगी। ये चरित्र है भाजपा का इसलिए हम कभी बीजेपी और संघ के लोगों के साथ खड़े नहीं होंगे। क्योंकि हमारी बीजेपी से विचारधारा की लड़ाई है और हमें अपनी विचारधारा सबसे ज्यादा पसंद है। हम समझौता अपनी विचारधारा से किसी कीमत पर स्वीकार नहीं होगा।
आरक्षण का मतलब सामाजिक भागीदारी
आपको बता दें कि चंद्रशेखर से एक अन्य इंटरव्यू में आरक्षण को लेकर सवाल किया गया था और उनसे पूछा गया था कि आपके पास स्कार्पियो है और घर भी है फिर आरक्षण की जरूरत क्यों है? इस पर उन्होंने कहा था कि आरक्षण का असली मतलब सामाजिक भागीदारी से है। अगर हमारे लोग उच्चपद पर नहीं होंगे फिर हमारी बात कौन रखेगा? आज भी ऊपर के पदों पर दलितों की भागीदारी बहुत ज्यादा कम है, इसलिए सामाजिक भागीदारी की बात करते हैं।