यूपी चुनाव में उतरे करोड़ों के प्रत्याशी, इन 6 के पास है सौ करोड़ से ज्यादा की दौलत
यूपी के सौ करोड़ी यूपी चुनाव में उतरे करोड़ों के प्रत्याशी, इन 6 के पास है सौ करोड़ से ज्यादा की दौलत
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दो चरणों का मतदान खत्म हो चुका है। तीसरे चरण का मतदान आगामी 20 फरवरी को होने वाला है। सभी राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों की घोषणा जातीय समीकरण को देखते हुए कर रहे हैं। यूपी सियासत में अबकी बार उम्मीदवारों को लेकर चर्चाएं तेज है। अबकी बार यूपी विधानसभा चुनाव में कई अरबपति उम्मीदवार जनता के सामने एक-एक वोट के लिए अपनी झोली फैलाए खड़े हैं।
यूपी चुनाव में करोड़पति उम्मीदवारों की तो बाढ़ सी आ गई है। हालांकि अभी तक 6 अरबपति प्रत्याशी भी सामने आ चुके हैं। इन सभी के पास 100 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति है। एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक बीते रविवार तक 1199 उम्मीदवारों की ओर से दिए गए हलफनामे का आंकलन किया गया है। जिनमें से 6 उम्मीदवारों ने अपनी संपत्ति 100 करोड़ से अधिक घोषित की है। 6 अरबपति प्रत्याशियों में 2 भाजपा से, 2 सपा से हैं तो 1-1 प्रत्याशी बसपा व कांग्रेस हैं।
इन 6 उम्मीदवारों के पास सबसे ज्यादा दौलत
यूपी विधानसभा चुनाव में अबकी बार खरबपति उम्मीदवार भी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में पसीना बहा रहे हैं। रामपुर से नवाब काजिम अली खान के पास सबसे अधिक संपत्ति है, उन्होंने हलफनामें में कुल अपनी संपत्ति 239 करोड़ रूपए बताई है। जबकि बरेली कैंट सीट से सपा उम्मीदवार सुप्रिय एरोन के पास कुल 157 करोड़ रुपए की संपत्ति है। एडीआर रिपोर्ट में तीसरे नंबर पर मेरठ से बीजेपी प्रत्याशी अमित अग्रवाल का नाम है।
उनके पास 148 करोड़ की संपत्ति बताया जा रहा। जबकि बीजेपी के नौगांवा सादात से उम्मीदवार देवेंद्र नागपाल के पास 140 करोड़ रुपए की संपत्ति है। मथुरा से बसपा के उम्मीदवार एस के शर्मा ने 112 करोड़ की संपत्ति का जिक्र किया है। जबकि शिकंदराबाद से सपा उम्मीदवार राहुल यादव के पास 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। इस प्रकार यूपी विधानसभा चुनाव में अबकी बार खरबपति अपनी किस्सत आजमा रहे हैं।
एडीआर रिपोर्ट से हुआ खुलासा
गौरतलब है कि एडीआर रिपोर्ट में जिन 113 सीटों के 1199 उम्मीदवारों के नामांकन का विश्लेषण किया गया है उसमें 540 (45 फीसदी) करोड़पति हैं। जबकि 303 यानी की 25 फीसदी उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमें हैं। रिपोर्ट में उम्मीदवारों के शिक्षा को लेकर भी विश्लेषण किया गया है। जिसके अनुसार, 51 फीसदी उम्मीदवार ग्रेजुएट या उससे अधिक की शिक्षा हासिल कर चुके हैं।