महबूबा मुफ्ती के शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के बाद गरमाई सियासत, बीजेपी ने कसा तंज, महबूबा ने किया पलटवार
जलाभिषेक पर शुरू हुई सियासत महबूबा मुफ्ती के शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के बाद गरमाई सियासत, बीजेपी ने कसा तंज, महबूबा ने किया पलटवार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के बाद विवादों का दौर शुरू हो गया है। पुंछ जिले के दो दिवसीय दौरे के दौरान उन्होंने बुधवार की सुबह एक नवग्रह मंदिर में पुजा-अर्चना की। जिसके बाद जम्मु-कश्मीर की सियासत गर्मा गई। मुस्लिम नेता का मंदिर जाना देवबंद के असद कासमी को रास नहीं आया। उन्होंने इसे इस्लाम के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती का मंदिर जाना और शिवलिंग पर जल चढ़ाना इस्माल की मान्यता के खिलाफ है। महबूबा ने जो किया है, वह सही नहीं है।
— ANI (@ANI) March 16, 2023
बीजेपी प्रवक्ता ने कसा तंज
इधर बीजेपी ने भी महबूबा के इस नए रवैये पर तंज कसते हुए इसे सियासी नौटंकी बताया। जम्मू और कश्मीर बीजेपी के प्रवक्ता रणबीर सिंह पठानिया ने कहा, "2008 में महबूबा मुफ्ती और उनकी पार्टी ने श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड को भूमि आवंटन का विरोध किया था। उनकी पार्टी ने तीर्थयात्रियों के लिए झोपड़ी के निर्माण के लिए श्राइन बोर्ड को भूमि के अस्थायी हस्तांतरण की अनुमित नहीं दी थी।"
बीजेपी प्रवक्ता ने आगे कहा, "मंदिर में उनकी यात्रा केवल एक सियासी नौटंकी है, जिसका कोई परिणाम नहीं निकलेगा। यदि राजनीतिक नौटंकी परिवर्तन ला सकती है तो आज जम्मू और कश्मीर समृद्धि का बाग होता।" बता दें कि इस दौरान पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने मंदिर परिसर में बने यशपाल शर्मा की प्रतिमा पर फूल भी चढाया।
महबूबा मुफ्ती ने कही ये बातें
मामले को बढ़ता देख महबूबा मुफ्ती ने अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा कि यह मंदिर यशपाल शर्मा ने बनवाया था और उनका बेटा चाहता था कि मैं मंदिर के अंदर जाऊं। उसके बाद किसी ने मुझे पानी से भरा बर्तन दिया, तब मैं मना नहीं कर पाई इसलिए मैंने पूजा की।
— ANI (@ANI) March 16, 2023